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उद्यमिता विकास कार्यक्रम स्वालंबन के लिए बेहतर प्रयास : डॉ.पांडे

Mar 23, 2023
MSME workshop in Confluence College

राजनांदगांव. कांफ्लूएंस कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, आईक्यूएसी तथा बेस्ट प्रैक्टिस सेल द्वारा संचालनालय उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी फल परिक्षण प्रशिक्षण केंद्र रायपुर के सहयोग से वेजिटेबल फूड्स से संबंधित 10 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यशाला प्रारंभ किया गया. एमएसएमई विशेषज्ञ प्रेम आनंद राव एवं वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी वाईके ठाकुर इस कार्यशाला में विभिन्न उत्पादों का प्रशिक्षण प्रदान करेंगे.
एमएसएमई विभाग द्वारा सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम स्तर के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान की जाती है. इसके अंतर्गत आर्थिक एवं तकनीकी सहायता दी जाती है. इसके साथ ही राज्य पोषित योजना अंतर्गत विद्यार्थियों को फलों, सब्जियों से जेम, जेली, स्कवैश, टमाटर सॉस/केचप, मुरब्बा, रखिया पेठा, इमली की चटनी, लौकी की बर्फी, आम का अचार, नींबू का अचार, आम मीठा, नींबू मीठा अचार, मिश्रित अचार, आंवला, कटहल अचार आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है.
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम में भारतीय उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा, घरेलू बाजार में मांग में वृद्धि, मैन पावर ट्रेनिंग, कच्चे माल और मशीनरी का खरीद एवं फंडिंग फाइनेंस और सब्सिडी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों से विद्यार्थियों एवं महिला समूहों को इसका लाभ देने के लिए यह अवसर को मौके के रूप में दस दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने प्रशिक्षण शुभारंभ में कहा कि भारत सरकार, राज्य सरकार द्वारा अनेक स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण कार्यों के द्वारा आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाता है. संयुक्त उद्यमिता विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण का आयोजन महाविद्यालय में प्रारंभ किया गया, घरेलू और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पादों का उत्पादन और निर्माण में सहायता करती है जिससे हमारे विद्यार्थी और समाज आत्मनिर्भर होंगे.
प्रेमआनंद राव ने कहा कि किशोर एवं विद्यार्थियों, महिलाओं के लिए यह उद्यमिता विकास कार्यक्रम सुनहरा वातावरण स्वरोजगार एवं अपने कुटीर, गृह उद्योगों को बढ़ाने में सहायता करेगा ऐसे प्रशिक्षण से आने वाले समय में ये सभी प्रशिक्षणार्थी अच्छे व्यवसाई एवं उत्पादनकर्ता के रूप में जाने जाएंगे.
वाईके ठाकुर ने प्रशिक्षण प्रारंभ करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन,अपने कौशल क्षमता उन्नयन के प्रति लोगों के जागरूकता को दर्शाता है, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी फल परीक्षण प्रशिक्षण विभाग रायपुर के माध्यम से हम आचार, रखिया पेठा, मुरब्बा, टमाटर सॉस एवं अनेक प्रकार के फलों एवं सब्जियों को पूरे विधि एवं परीक्षण करके इन्हें इनसे होने वाले लाभ रोजगार के साधन एवं व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं.
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ. मनीष जैन ने कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की और विद्यार्थियों के लिए इसे लाभप्रद कहा. उद्यमिता विकास कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रीति इंदौरकर, राधेलाल देवांगन, मंजूलता साहू, जीवन लाल सहित महाविद्यालय के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों तथा महिला समूह की विशेष उपस्थिति तथा योगदान से यह उद्यमिता विकास कार्यक्रम संचालित हो रहा है.

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