रायपुर। राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग ने प्रसूति के लिए नए गाइडलाइन्स जारी कर दिये हैं. इसके अनुसार अब नार्मल डिलीवरी के लिए प्रसूता को 48 घंटे अस्पताल में रखना अनिवार्य होगा. सिजेरियन (LSCS) वाली प्रसूताओं के लिए यह अवधि 7 दिन होगी. प्रसूता के लिए अस्पताल में विशेष डाइट होगी वहीं डिस्चार्ज होने के बाद 42 दिन जच्चा-बच्चा की विशेष निगरानी की जिम्मेदारी स्वास्थ्य अमले की रहेगी.
दरअसल, राज्य में जच्चा-बच्चा मृत्युदर (MMR, IMR) को कम करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिये गये हैं. नए गाइडलाइंस इसी के अनुसार जारी किये गये हैं. डिस्चार्ज होने के बाद प्रसूता एवं नवजात की 42 दिनों तक निगरानी की जिम्मेदारी शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सौंपी गई है. जिससे जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर घटेगी.
जननी सुरक्षा योजना : प्रसव के बाद जननी को 2500 किलो कैलोरी, 74 ग्राम प्रोटिन, 30 ग्राम वसा, 42 मिली ग्राम कैल्शियम, 21 मिली ग्राम आयरन लेना है. जिसमें अनाज एवं मिलेट्स 300 ग्राम, दाल 420 ग्राम, हरी पत्तीदार सब्जियां 50 ग्राम, अन्य सब्जियां 300 ग्राम, फल 200 ग्राम, दूध प्रोडक्ट 500 ग्राम, वसा एवं तेल 30 ग्राम, चीनी एवं गुड 20 ग्राम प्रतिदिन होनी चाहिए. शिशुओं की देखभाल में सफाई का ध्यान, सिर एवं पैरों को ढंक कर रखने, पहला स्नान 24 घंटे बाद, शिशु को हमेशा गर्म रखने, गर्भनाल एवं स्तनपान की जानकारी लेने कहा.