भिलाई। आरोग्यम सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में एक लगभग 30 साल के युवक के मूत्रमार्ग की पथरी की जटिल सर्जरी की गई. पथरी को दो हिस्सों में निकाला गया. इसके लिए दोहरी प्रक्रिया अपनाई गई जिसे यूरोटेरोस्कोपिक लिथोट्रिप्सी और परक्यूटेनस नेफ्रोलिथोटोमी कहा जाता है. युवक पिछले कई महीनों से असहनीय पीड़ा का शिकार था जिससे उसे राहत मिल गई है.
आरोग्यम के यूरोलॉजिस्ट डॉ नवीन राम दारूका ने बताया कि दरअसल यह बड़ी सी पथरी मूत्रमार्ग में आकर फंस गई थी. इसकी वजह से मूत्र का विसर्जन नहीं हो पा रहा था और किडनी में सूजन आ गई थी. ऐसी स्थिति में किडनी के नष्ट होने का खतरा बना रहता है. लिथोट्रिप्सी द्वारा मूत्रमार्ग से ही जाकर पथरी को तोड़ दिया गया जिसका एक हिस्सा मूत्रमार्ग से ही बाहर आ गया. इसे यूरेटेरोस्कोपिक लिथोट्रिप्सी कहा जाता है. दूसरा हिस्सा किडनी की ओर चला गया जहां से उसे भी परक्यूटेनस नेफ्रोलिथोटोमी द्वारा निकाल दिया गया. यह प्रक्रिया तब अपनाई जाती है जब पथरी इतनी बड़ी हो कि उसे किसी अन्य तरीके से निकालना संभव न हो.
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण प्रक्रिया ईएसआईसी के तहत निःशुल्क की गई. युवक की स्थिति अब सामान्य है. जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.