भिलाई। आरोग्यम सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर में एक्टोपिक किडनी का एक दिलचस्प मामला सामने आया है. इस मरीज की बाईं किडनी अपने नियत स्थान की बजाय मरीज के शरीर में आगे की तरफ दाईं तरफ थी. इस किडनी में एक लगभग 23 मिलीमिटर की पथरी थी. पथरी से उठे दर्द के कारण ही मरीज के शरीर में किडनी के स्थानच्युत होने की बात सामने आई. इलाज के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ है तथा उसे छुट्टी दे दी गई है.
आरोग्यम के यूरो सर्जन डॉ नवीन राम दारूका ने बताया कि 47 वर्षीय इस मरीज को पेट में असहनीय दर्द के चलते अस्पताल लाया गया था. जांच में यह बात सामने आई कि उसे एक्टोपिक किडनी है. किडनी आमतौर पर शरीर के पीछे की तरफ निचली पसलियों के नीचे रीढ़ के दोनों तरफ स्थित होता है. पर कभी-कभी एक या फिर दोनों किडनी अपने स्थान से ऊपर, नीचे या अन्यत्र कहीं होते हैं. आमतौर पर यह जन्मजात होता है. इसका पता तभी चलता है जब किसी रोग के इलाज के लिए मरीज के पेट की इमेजिंग की जाती है.
इस मरीज की किडनी में एक बड़ी पथरी थी जिसके कारण पेशाब के बहाव में रुकावट आ रही थी. पेट दर्द की यही वजह थी. दूरबीन के सहयोग से ट्रांस पेरिटोनियल पीसीएनएल प्रोसीजर द्वारा पथरी को निकाल दिया गया. यह पथरी निकालने का एक सर्जिकल प्रोसीजर है.
डॉ दारूका ने बताया कि मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है तथा उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.