भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएचएम विभाग में 18 साल के बाद डी क्लस्टर में प्रमोशन हुआ। सेन्ट्रल हैवी मेंटेनेंस विभाग में सन 2000 से मास्टर टेक्नीशियन का पद नहीं भरा जा रहा था और केवल चार्जमेन कम मास्टर टेक्नीशियन का पोस्ट ही भरा जा रहा था। इस विषय में हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन सीटू ने पहल की और प्रबंधन का लगातार इस विषय पर ध्यान आकर्षित करते हुए सभी पदों पर नियुक्ति के लिए मांग पत्र दिया। कामरेड वेणुगोपाल एसएसके पणिक्कर, कामरेड के सूरज, कामरेड बीजी भट्टाचार्य के अथक प्रयासों से और कई दौर की मीटिंग के बाद इसे जून 2018 से पुन: प्रारंभ किया जा सका। इसमें प्रबंधन का पूरा पूरा सहयोग मिला। कामरेड सूरज ने बताया कि जिन लोगों को प्रमोशन मिला उनमें भुवन लाल साहू, एसएसके अय्यर, जीके अग्रवाल, श्रीकांत मन्नुर, अशोक ठाकुर, केएन स्वणकार, चैन सिंह ठाकुर, बाबूलाल अहिरवार. देव नारायण, एसआर शोरी, एके जम्बुलकर, एसडी नायर, मनहरण साहू, जेपी नायर, सीपी चंदेल, केआर ठाकुर शामिल हैं। इस पद से इस पदोन्नति से जिन कर्मचारियों को लाभ मिला है वह डी क्लस्टर में रेगुलर हो जाएंगे और क्लस्टर की सारी सुविधाएं जैसे कि इंसेंटिव इत्यादि उनको मिलने लगेगा। पूर्व में कमर्चारी ग्रेड 11 में पहुंच जाते थे लेकिन सी क्लस्टर में ही एक्सटेंडेड के नाम से रहते थे और वैकेंसी रहने पर भी डीपीसी में प्रमोशन नहीं दिया जाता था। इस पहल से अब वैकेंसी रहने पर 3 साल में भी पदोन्नति मिलने की उम्मीद है। सीएचएम में प्रोमोशन के अवसर उत्पन्न करने के लिये सीटू के को.आरडीनेटार केके राय, अरविन्द कामले, विल्सन शाह, जेड अली, का विशेष सहयोग रहा।