भिलाई। भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के सौजन्य से सिटकॉन रायपुर द्वारा कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सहयोग से आयोजित त्रिदिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर के समापन कार्यक्रम में प्रवीण शुक्ला, मुख्य महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र ने मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित करते हुए कहा, ‘युवाओं को नौकर बनने की बजाय अपना उद्यम स्थापित कर अन्य युवाओं को रोजगार देना तथा राष्ट्र की समृध्दि में अपना योगदान देने के लिए आगे आना चाहिए।’ युवाआें के लिए शासन की स्वरोजगार, स्टार्ट-अप तथा कौशल विकास से सम्बन्धित की योजनाआें की जानकारी देते हुए श्री शुक्ला ने युवाओं को आश्वस्त किया कि यदि वे किसी व्यवसाय या उद्योग के लगाने के लिए यदि आगे आते है, तो जिला उद्योग केन्द्र से उन्हे हर सहायता दी जावेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. ए.आर.वर्मा ने युवाओं को स्वरोजगार अपनाने का परामर्श देते हुए बतलाया कि प्रबल इच्छा शक्ति, कर्मठता तथा साहस से सफलता पाई जा सकती है। उप प्राचार्य डॉ वाईआर कटरे ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से युवाओं को पे्ररित करते हुए स्वरोजगार के लाभों से परिचित कराया।
सिटकॉन के राज्य प्रमुख पीके निमोनकर ने अपनी अभिप्रेरक शैली से युवाओं को सम्बोधित करते हुए उन्हें उद्यम स्थापित करने में मार्गदर्शन व पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे एक उद्यम देश के आर्थिक विकास में सहयोग प्रदान करता है।
उद्योगपति केएस बेदी ने अपने उद्योग की सफलताओं के लिए किये गये संघर्ष से प्रतिभागियों को अवगत कराया। कार्यक्रम के सहयोजक डॉ डीएन शर्मा ने समापन कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि सूझबूझ, विवेक व नवाचारी विचारों से युवा अपने उद्यम को सफलता व विविध आयाम प्रदान कर सकते है। भौतिकी विभाग के प्रो. वाईपी पटेल ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर डॉ आरपी अग्रवाल, आलोक तिवारी, अंकित चंद्रिकापुरे व प्रवीण साहू विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि 19 से 22 सितम्बर तक आयोजित शिविर में सभी 71 सहभागियों को हथखोज स्थित औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित सुप्रीम सिन्थैटिक लिमिटेड व सुप्रीम इन्डस्ट्रीज का भ्रमण भी कराया गया। स्त्रोत व्यक्ति पीके निमोनकर द्वारा डॉ. अनिल कलेले व आलोक तिवारी ने उद्यमिता से सम्बन्धित व्याख्यान दिये।