दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुर्ग में रेड रिबन क्लब छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति एवं यूथ रेडक्रॉस के संयुक्त तत्वाधान में ‘रक्तदान-महादान’ जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञ सुदीप श्रीवास्तव, प्रमुख सलाहकार, राज्य रेडक्रॉस सोसायटी, रायपुर छत्तीसगढ़, नीतू मंडावी, प्रभारी राज्य एड्स कन्ट्रोल रायपुर छत्तीसगढ़ उपस्थित थे। संयोजक एवं यूथ रेडक्रॉस प्रभारी डॉ. रेशमा लाकेश ने बताया कि रक्तदान से संबंधित भ्रांतियों को दूर कर इस शुभ दान की ओर प्रेरित करने हेतु, यह आयोजन किया गया है क्योंकि आमतौर पर यह माना जाता है कि रक्तदान से शारीरिक कमजोरी आ जाती है परन्तु कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़ दे तो सभी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकते है।
कार्यक्रम के मार्गदर्शक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि – रक्तदान ऐसा दान है जो हर कोई कर सकता है परंतु इसके लिए पहले स्वयं का स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है। रक्तदान से जीवनदान दिया जा सकता है।
रेडक्रॉस वालेन्टियर कु. रानूू टिकरिया ने कहा कि रक्तदान से किसी व्यक्ति की जान बच सकती है, युवा पीढ़ी भली-भांति जान ले कि रक्तदान के तुरन्त बाद ही शरीर में बोनमेरू नये टिशू बनाते है अत: जागरूक एवं सशक्त बनकर हमें रक्त दान करना चाहिए।
सुश्री नीतू मण्डावी ने कहा कि – एचआईव्ही फैलने के चार कारणों में से एक प्रमुख इनफेक्टेड ब्लड है साथ ही निडिल, सीरिंज, इन्फेक्टेड माँ से बच्चे को एवं असुरक्षित यौन संबंध है।
श्री सुदीप श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिये क्योंकि रक्तदान करने से डर जागरूकता की कमी है। परन्तु रक्तदान करने से पहले जांच होती है ततपश्चात् ही रक्त लिया जाता है। उन्होनें छात्राओं को उत्साहित करते हुए रक्तदान हेतु प्रेरित किया।
श्रीमती ज्योति भरणे ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्रायें बड़ी संख्या में उपस्थित थे।