भिलाई। वैसे तो पूरे राज्य में ही ट्रैफिक सेन्स लगभग शून्य है पर भिलाई का सुपेला चौक इसमें अलग से दिखाई देता है। वह इसलिए कि जिले का इकलौता ट्रैफिक टावर इसी चौक पर है। 4 लेन बनने के बाद से ही इस चौक पर अफरातफरी की स्थिति है जबकि यहां 5-6 ट्रैफिक जवान हमेशा तैनात रहते हैं। इस कथित 4 लेन सड़क पर लेन का कोई मतलब नहीं है। डिवाइडर पर एक बोर्ड लगा है जिसकी किसी को परवाह नहीं, न ट्रक ड्राइवर को और न ही पुलिस को। फोरलेन पर सुपेला चौक के करीब एक बोर्ड लगा है। इस पर लिखा है दाहिने मुडऩे हेतु दाहिनी लेन में रुकें। पर सीधे जाने वाले तमाम भारी वाहन इसी लेन पर रुकते हैं। इसलिए लोग या तो बाई ओर से जाकर सिग्नल मिलने पर दाएं मुड़ते हैं या फिर सर्विस लेन से घुसकर सुपेला की तरफ से आने वाले वाहनों के सामने खड़े हो जाते हैं। स्टाप लाइन नाम की कोई चीज तो है ही नहीं।
सिग्नल हरा होने पर ट्रकों के सामने से दाएं मुडऩे वालों के कारण यहां कई हादसे हो चुके हैं। सामने से गुजर रही गाडिय़ों के कारण ट्रक निकल नहीं पाते और धीरे धीरे लाइन लंबी होने लगती है। इससे और भी ज्यादा वाहन ट्रकों की बाईं तरफ से होकर उसे क्रास करने लगते हैं। यदि व्यवस्था सुधर नहीं सकती तो कम से कम बोर्ड ही उखाड़ कर फेंक दें।