भिलाई। सिंगर, एक्टर, परफार्मर पूजा राय कहती हैं कि भिलाई के लोग उन्हें हमेशा चमत्कृत करते हैं। यहां के लोगों में जोश है तो साथ में होश भी है। वे झूमते हैं, नाचते हैं, गाते हैं पर शालीनता का दायरा नहीं तोड़ते। परफार्मेंस अच्छा लगे तो देर रात तक परफार्मर का साथ देते हैं, उसका हौसला बढ़ाते हैं। इस शहर की तासीर ही कुछ ऐसी है कि यहां बार-बार आने को मन करता है।
छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कामर्स द्वारा पहली बार यहां आयोजित व्यापार महोत्सव के उद्घाटन समारोह में परफार्म करने पहुंची पूजा ने कहा कि वे पहले भी भिलाई आ चुकी हैं। पर वह एक कारपोरेट कार्यक्रम था। लिमिटेड व्यूअर्स थे। आगे पढ़ेंउन्होंने सोचा था कि व्यापार मेला का आज पहला दिन है, ठंड भी है और बच्चों की परीक्षाएं भी सिर पर हैं। शायद ज्यादा ऑडिएन्स न मिले। किन्तु वे गलत थीं। आयोजन के पहले दिन भी न केवल सभी कुर्सियां भरी हुई थीं बल्कि उससे दुगुनी तादाद में लोग खड़े थे।
पूजा ने बताया कि उन्होंने गौरांग साहा से शास्त्रीय संगीत की तालीम ली है। इसके बाद उन्होंने सुगम और प्लेबैक की दिशा में कदम बढ़ाए। उन्होंने कुछ फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग की है और कुछ में अभिनय भी किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि रिलीज होने से पहले इनके बारे में चर्चा करना उचित नहीं होगा। पूजा ने बांगला फिल्म शाबधान (सावधान) में काम किया है। इसके अलावा वे टीवी सीरियल लावण्य संसार और चोड़ुईभाती (पिकनिक) में भी काम किया है।
परफार्मिंग आट्र्स को ही क्यों चुना, इसके जवाब में वे कहती हैं कि संगीत साधना का अपना रस है। संगीत से आप अपने साथ साथ दूसरों के जीवन का तनाव भी कम करते हैं। संगीत आपका मूड बदलने की ताकत रखता है। स्लो नम्बर्स यदि आपको सुकून पहुंचाते हैं तो फास्ट नम्बर्स आपके ऊर्जा भंडार को छेड़कर आपमें जोश भर देते हैं। और फिर युवा भारत में गीत, संगीत और मस्ती नहीं होगी तो फिर कहां होगा।