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ज्वाइंट रिप्लेसमेंट का बनाया कीर्तिमान

Mar 15, 2015

dr saurabh shirguppe भिलाई। अपोलो बीएसआर अस्पताल ने लिगामेन्ट्स एवं जोड़ों की सर्जरी और प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। यहां की गई 300 से अधिक सर्जरी में किसी तरह का संक्रमण या जटिलता विकसित नहीं हुई। इनमें से 150 से अधिक सर्जरी अकेले घुटनों के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट की थी। मरीज की संतुष्टि की बात करें तो यह अनुपात यहां 95 फीसदी से अधिक रही है। अपोलो के ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ सौरभ शिरगुप्पे ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में हमने 300 से अधिक बड़ी सर्जरियां की हैं। इनमें घुटना एवं कूल्हे के जोड़ों का प्रत्यारोपण शामिल है। इन मरीजों को किसी भी तरह के संक्रमण से बचाने में भी हम सफल रहे। केवल एक मरीज के मामले में, जो सायनो व्हायटिस का शिकार था कुछ जटिलताएं आपरेशन के बाद सामने आईं और रोगी को पुन: उपचार की जरूरत पड़ी। शेष मरीजों में इस तरह की कोई समस्या नहीं आई। read more
जोड़ों का आपरेशन या जोड़ों का प्रत्यारोपण करने के लिए पहले लोग महानगरों की तरफ जाते थे। इससे न केवल रोगी बल्कि उसके परिवार के लोग भी परेशान रहते थे। आपरेशन के बाद भी नियमित रूप से जांच करवाने के लिए उन्हें लंबी यात्राएं करनी पड़ती थीं। अब जटिल से जटिल जोड़ों का आपरेशन अपोलो बीएसआर में किया जा रहा है।
डॉ सौरभ शिरगुप्पे ने बताया कि उन्होंने पिछले कुछ समय में 100 से ज्यादा मरीजों के घुटनों का प्रत्यारोपण किया। इनमें से 80 फीसदी मरीजों के दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण एक ही सिटिंग में किया गया। इन लगभग 180 प्रत्यारोपण के मामलों में न तो किसी प्रकार की जटिलता उभरी और न ही मरीज को संक्रमण की मार से जूझना पड़ा।
उन्होंने बताया कि यहां किए गए आपरेशन के रिजल्ट प्रदेश के अन्य अस्पतालों से बेहतर हैं। यहां उच्च गुणवत्ता वाले विश्वस्तरीय इम्प्लांट्स का उपयोग किया जाता है जिससे सर्जरी के बाद मरीज को पूरा आराम मिल जाता है। पोस्ट आॅपरेटिव केयर तथा फालोअप में भी मरीज को कोई दिक्कत नहीं आती। महानगरों की तुलना में काफी कम बजट में यह सुविधा अपोलो बीएसआर अस्पताल में उपलब्ध है।
अत्याधुनिक माड्यूलर आॅपरेशन थिएटर
अपोलो बीएसआर में सर्जरी की सफलता के पीछे एक तरफ जहां विशेषज्ञों का स्किल है वहीं दूसरी तरफ विश्वस्तरीय अधोसंरचना के कारण संक्रमण मुक्त वातावरण में शल्यक्रियाएं की जाती हैं। यहां के चारों माड्यूलर आॅपरेशन थिएटर सी-आर्म, लैमिनार एयरफ्लो, हेपाफिल्टर, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के आधुनिकतम उपकरणों से सुसज्जित हैं। डॉ सौरभ शिरगुप्पे ने बताया कि अपोलो बीएसआर में ट्रॉमा सर्जरी, आर्थ्रोस्कोपी अत्याधुनिक तकनीक से की जाती है। उन्होंने बताया कि लिगामेंट्स की सर्जरी में भी यहां अच्छी सफलता दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि यहां मरीजों में संतुष्टि का अनुपात सर्वोच्च (95फीसदी) से अधिक है।

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