भिलाई। 17 मई सन् 1865 को इंटरनेशनल टेलिकम्यूनिकेशन यूनियन का गठन किया गया था इसके फलस्वरूप विगत 150 वर्षों से 17 मई को विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जा रहा है। आज दूरसंचार के मामले में हम काफी आगे निकल चुके हैं। थ्री-जी और फोर-जी टेक्नोलॉजी पर सवार भारत तेज गति से आगे बढ़ता जा रहा है। इस क्रांति के कारण न केवल अन्य क्षेत्रों में फर्क पड़ रहा है, बल्कि ग्रामीण भारत भी टेक्नोलॉजी से लबरेज होता जा रहा है। आज भारत के कई किसान हाईटेक हो रहे हैं। फसलों के बारे में वे इंटरनेट से जानकारी ले रहे हैं। एसएमएस से रेलवे रिजर्वेशन की जानकारी मिल रही है। भारत इस क्रांति को अगले चरण पर ले जाने की तैयारी कर रहा है। Read Moreश्री बेहरे का मानना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के रिकार्ड उत्पादन में संचार व्यवस्था ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।उत्पादन के धड़कन कों कायम रखने में संयंत्र का दूरसंचार विभाग निरंतर अपना योगदान दे रहा है। विश्व दूरसंचार दिवस के अवसर पर बीएसपी के टेलिकॉम विभाग के योगदान पर एक नजर डालें।
एक्सचेंज और क्षमता : बी एस पी में तीन एक्सचेंज हैं और अपने स्थान के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों के संचार पर ध्यान देते हैं। इन तीनों एक्सचेंजों में कुल मिलाकर 7200 लैंडलाइन फोन की स्थापित क्षमता है। प्लांट एक्सचेंज, इस्पात भवन के पीछे टेलीफोन हाउस में स्थित है। यहां 3200 लाइन का एरिक्सन एक्सचेंज है। ये एक्सचेंज संयंत्र क्षेत्र की विशेष रूप से सेवा करते हैं। आईटीआई का एक्सचेंज सेक्टर-5 में स्थापित है और इसमें 2000 ग्राहकों की सेवा करने की क्षमता है। यह एक्सचेंज सेक्टर-1 से सेक्टर-10 नेहरू नगर, मैत्रीनगर, आदि स्थानों की सेवा करता है। सेक्टर-5 एक्सचेंज का 1000 लाइन का आरएसयू मुख्य अस्पताल में स्थापित है। यह सेक्टर-8, सेक्टर-9, अस्पताल सेक्टर, हुडको तथा तालपुरी में सेवाएँ प्रदान करता है।
प्रयुक्त संचार उपकरण : वर्तमान में भिलाई इस्पात संयंत्र के शॉप फ्लोर में स्थापित विभिन्न प्रकार के संचार उपकरण हैं-डिस्पैचर संचार प्रणाली, एक्स कॉम प्रणाली, डिस्ट्रीब्यूटेड एम्पलीफायर प्रणाली, लाउडस्पीकर इण्टरकॉम प्रणाली, क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) प्रणाली, वायरलेस संचार, वायरलेस इन लोकल लूप, हॉटलाइन,
शॉप फ्लोर घोषणा प्रणाली, कॉन्फ्रेंस प्रणाली, पी ए प्रणाली।
मेंटेनेंस पोस्ट : बीएसपी टेलीकॉम विभाग इन संचार प्रणालियों को दूरूस्त रखने के लिए 24 गुणा 7 सेवा देने वाले आठ मेंटेनेंस पोस्ट स्थापित किये गये हैं। जो इन प्रणालियों की बखूबी देखरेख करते हैं। इनके समर्पित कार्यों के बदौलत ही संयंत्र की संचार प्रणालियाँ दिन-रात काम करती रहती हैं।
ग्राहक सेवा अनुभाग : ग्राहक सेवा अनुभाग इस विभाग का एक महत्वपूर्ण अंग है। इस में, टेलीफोन पूछताछ का प्रत्युत्तर देने, टेलीफोन शिकायतों को पंजीकृत करने, रिकॉर्ड रखने का नियमित काम तीन पारियों में चैबीसों घंटे किया जाता है.मोटे तौर पर, दिन के व्यस्त समय में, पूछताछ सेवाओं के लिए तैनात किए गए व्यक्ति द्वारा कम्प्यूटरीकृत प्रणाली की मदद से एक घंटे में 200 कॉल का जवाब दिया जाता है।
भविष्य की तैयारियां : विष्व दूरसंचार दिवस के अवसर पर संयंत्र के भविष्य की तैयारियों के संबंध में जानकारी देते हुए टेलीकॉम विभाग के उप महाप्रबंधक प्रभारी श्री के के बेहरे ने बताया कि बीएसपी के विस्तारीकरण व आधुनिकीकरण परियोजनाओं के तहत अत्याधुनिक दूरसंचार प्रणालियों की स्थापना की जा रही है। इसके तहत आईपी बेस्ड सर्वर एक्सचेंज की स्थापना की जा रही है। इस अत्याधुनिक प्रणाली के तहत स्थापित होने वाला यह छत्तीसगढ़ का पहला एक्सचेंज होगा। जिससे बीएसपी एक्सचेंजों की क्षमता में 10,400 र्लाइंस की वृद्धि होगी। इसी क्रम में 34 मीडिया गेटवे की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इस प्रणाली के तहत राजहरा माइंस को भी आईपी बेस्ड कर लिया गया है। आज माइंस व प्लांट के मध्य वीडियो कांफ्रेसिंग की सुविधा प्रदान कर दी गई है। माइंस के बंकर में भी सीसीटीवी सिस्टम्स लगाये गये हैं। श्री बेहरे का मानना है कि इन नवीनतम संचार सुविधाओं से संयंत्र के निष्पादन में निरंतर वृद्धि होगी। दूरसंचार के नवीनतम प्रणालियों के फायदे का जिक्र करते हुए श्री बेहरे बताते हैं कि इन उपकरणों से जहाँ बेहतर कम्यूनिकेषन संभव होगा वहीं ऑन लाईन विडियो ऑडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा से संयंत्र बिरादरी लाभान्वित होगा। साथ ही इन प्रणालियों से स्पष्ट आवाज तथा डाटा ट्राँसमिशन व बेहतर मॉनिटरिंग प्राप्त होगी। इन प्रणालियों के रखरखाव व स्थापना के चुनौतिपूर्ण कार्य को टीम टेलीकॉम ने बड़ी सफलता से अंजाम दिया है। यही वजह है कि आज संयंत्र इन विष्वसनीय दूरसंचार सेवाओं के बदौलत दिन-प्रति-दिन नई ऊँचाईयाँ प्राप्त कर रहा है।
के के बेहरे, जीएम प्रभारी, टेलिकम्यूनिकेशन बीएसपी