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संतोष रूंगटा कैम्पस में सेल्फ डिफेन्स कार्यशाला

Mar 20, 2016

RPS1भिलाई। संतोष रूंगटा समूह कैम्पस में रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, भिलाई-रायपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई तथा समूह की विमेन्स सेल के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ पुलिस एकाडमी के सहयोग से ‘सेल्फ डिफेन्स एण्ड सोशल अवेयरनेस विषय पर गल्र्स स्टूडेंट्स तथा महिला फैकल्टीज के लिये एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम क्राइम अगेंस्ट वुमन, सोशल अवेयरनेस तथा सेल्फ डिफेन्स पर फोकस्ड था। Read More
मौके पर छग पुलिस एकाडमी की ओर एडिशनल एसपी (महिला सेल तथा साइबर क्राइम) श्रीमती सुरेशा चौबे तथा पुलिस विभाग के वरिष्ठ ट्रेनर सी. दिनकर तथा रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफएण्डए सोनल रूंगटा, प्रिंसिपल आरइसी डॉ. अजय तिवारी, एनएसएस प्रभारी तथा वाइस प्रिंसिपल आरसीईटी श्रीकांत बुरजे, डीन (इसीएस) प्रो. एस. भारती, वाइस प्रिंसिपल आरसीपीएसआर डॉ. एजाजुद्दीन, प्रबंधक जनसंपर्क सुशांत पंडित आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित गल्र्स को संबोधित करते हुए एडिशनल एसपी (वुमन्स सेल तथा साइबर क्राईम) सुरेशा चौबे ने कहा कि सेक्सुअल असॉल्ट के केस सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं है बल्कि ये पुरूषों के साथ भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि फेसबुक या व्हॉट्सएप का बेलगाम उपयोग, मैसेजेस तथा तस्वीरों का आदान-प्रदान खतरनाक हो सकता है। उन्होंने छात्राओं से फेस बुक पर किसी के द्वारा भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट को बिना सोचे-समझे स्वीकार कर लेने को गलत बताया। अधिकतर साइबर क्राइम की वजह लड़कियों का फेसबुक या व्हाट्सएप पर अनजान व्यक्ति से जल्दी ही खुलना तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी, फोटोग्राफ या निजी विचारों का शेयर करना होता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस आपकी मित्र है और इसलिये हमने दुर्ग पुलिस का फेसबुक पर मार्गदर्शन तथा सहायता हेतु एक फेसबुक एकाउंट खोला है जिसमें आप फेसबुक फ्रेंड बनें। उन्होंने कहा कि युवा पाश्चात्य संस्कृति से कतई प्रभावित न हों। 16 से 24 वर्ष की उम्र ऐसी होती है जबकि स्टूडेंट्स ऐसा सोचते हैं कि सब कुछ मेरी मु_ी में है। ऐसी सोच से ही उनमें गलत प्रवृत्तियां पनपती हैं।
युवाओं को नैतिक मूल्यों को बनाये रखना चाहिये। अपने माता-पिता से कोई भी बात नहीं छुपानी चाहिये। उनसे बड़ा आपका भला सोचने वाला कोई मित्र नहीं हो सकता। किसी भी प्रकार की समस्या हो तो सबसे पहले अपने माता-पिता, भाई-बहन या परिवार के अन्य सदस्यों से शेयर करें।
उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे वुमन्स के साथ होने वाले क्राइम के संबंध में सदैव सतर्क रहें तथा इस संबंध में सामाजिक जागरूकता भी फैलायें।
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 3-4 महीने पहले महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराधों को देखते हुए पुलिस विभाग क्राइम अगेंस्ट वुमन सेल बनाया गया है जिसमें एक सीनियर अफसर की नियुक्ति की गई है।
पुलिस विभाग के वरिष्ठ ट्रेनर सी. दिनकर ने बताया कि सोसायटी में तेजी से बदलाव आ रहे हैं तथा अस्तित्व के लिये संघर्ष हो रहा है। आज के समय छात्राओं को सेल्फ डिफेंस संबंधी ज्ञान तथा कॉमनसेन्स का होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने वर्कशॉप में उपस्थिति छात्राओं के लिये सेल्फ डिफेन्स से संबंधित एक ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया जिसमें छात्राओं को आत्म सुरक्षा संबंधी जानकारी तथा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन संतोष रूंगटा ने पुलिस विभाग के सहयोग से आयोजित इस आयोजन के प्रयास को सराहनीय बताया तथा आशा व्यक्त की कि यह कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में नई चेतना जागृत करने में सफल होगा। श्री रूंगटा ने एडिशनल एसपी श्रीमती सुरेशा चौबे को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया।

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