• Sat. May 4th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

पद्मश्री नेलसन द्वारा अथर्व को बाल शौर्य अलंकरण

Sep 9, 2016

jm-nelsonभिलाई। पद्मश्री जेएम नेलसन द्वारा 7 वर्षीय अथर्व को उसके साहसिक करनामें हेतु ”बाल शौर्य अलंकरणÓÓ से सम्मानित किया गया। उसने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दो वर्षीय वीर के प्राणों की रक्षा की। ज्ञात हो कि हर वर्ष प्रोत्साहन के तौर पर पद्मश्री नेलसन द्वारा वीर एवं साहसी बालक बालिकाओं को नेलसन कलागृह के ”बाल शौर्य अलंकरण’ से सम्मान किया जाता है। इस वर्ष यह दूसरा बाल शौय अलंकरण सम्मान है।
ज्ञात हो कि दिनांक 15.04.2016 को पुराने सिविल लाईन्स जामा मस्जिद के पास महासमुन्द निवासरत सेवानिवृत्त शिक्षक महादेव प्रसाद श्रीवास्तव का पोता एवं मनीष श्रीवास्तव को छोटा पुत्र 2 वर्षीय वीर अपने घर के प्रथम तल स्थित स्टोर रूम में जहां पुराना फ्रिज रखा हुआ था, उसमें से बर्फ निकालने हेतु अपने बढें भाई चि.अथर्व के साथ हमेशा आता जाता रहता था किन्तु उस दिन वह अकेले ही स्टोर रूम में चला गया और खेल खेल में अनायास ही स्टोर रूम का दरवाजा बन्द हो गया। उसके कई बार प्रयास करने के पश्चात् भी दरवाजा नहीं खुला जिसे कारण भय वश वह जोर-जोर से रोने लगा। रोने की आवाज सुनकर घरवाले उक्त कमरे में पहुंचे, किन्तु दरवाजे बहुत मजबूत था, उसे तोडऩे में समय पर चि.वीर को नुकसान पहुॅंचने का भय ज्यादा था चूंकि वो दरवाजे के समीप ही था। वह बार बार दरवाजे व फ्रिज के इर्द गिर्द ही चल रहा था। फ्रिज के पुराने होने के कारण उसे करंट लगने की संभावना भी बढ़ती जा रही थी। ऐसे घोर संकट की घड़ी में अथर्व ने साहस का परिचय देते हुए परिवार वालों की सहायता से कमरे के रोशनदान तक पहुंचा और वहां से लगभग 8 फीट की उंचे रोशनदान से कूदकर अपने छोटे भाई को सकुशल बाहर निकाला। इतनी ऊंचाई से कूदने पर उसके पैर में चोट भी आई किन्तु इसकी परवाह न करते हुए अपनी हिम्मत और दृढ़ इच्छाशकित से उसने कमरे का दरवाजा खोला और अपना भाई को सकुशल बाहर निकाला। इस प्रकार अपनी सूझ-बूझ से अपने छोटे भाई के जीवन की रक्षा करते हुए एक अनहोनी घटना को टाल दी।
इस कार्य की पूरे मोहल्ले में अथर्व प्रशंसा हो रही है। इनका प्रकरण राष्ट्रीय एवं राजकीय वीरता पुरस्कार हेतु शासन को भेजा जा रहा है। श्री राजेन्द्र निगम, अध्यक्ष छ.ग. बाल एवं वृद्ध कल्याण परिषद् द्वारा इस घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने चि.अथर्व के प्रयास को सराहा और प्रोत्साहन स्वरूप अथर्व, दादा महोदव प्रसाद श्रीवास्तव और पिता मनीष श्रीवास्तव के साथ नेलसन कलागृह, भिलाई में पहुॅंचे । जहां पद्मश्री नेलसन द्वारा उसे सम्मानित किया गया।

Leave a Reply