अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन सम्मान समारोह
दुर्ग। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर विवेकानंद सभागार दुर्ग में जिला स्तरीय वृद्धजन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वृद्धजनों के उत्साहवद्र्धन के लिए खेल प्रतियोगिता, सुरीली दौड़, पैदल चाल, थ्रो बाल आदि का आयोजन किया गया। 60 से 70 वर्ष, 70 से 80 वर्ष तथा 80 वर्ष से अधिक उम्र के महिला एवं पुरूष वर्ग के वृद्धजनों के लिए आयोजित इस खेल-कूद प्रतियोगिता के विजेता वृद्धजनों को राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने अपने कर कमलों से पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने 80 वर्ष से अधिक आयु के करीब सौ वृद्धजनों तथा 230 अन्य वरिष्ठ वृद्धजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया तथा उनके सुखद और स्वस्थ्य जीवन की कामना की।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि बड़े-बुजुर्गों के बीच आकर वह सम्मानित महसूस कर रही हैं और वह बड़े बुजुर्गों से आर्शीवाद लेने आई हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में बड़े बुजुर्गों का हमेशा सम्मान हुआ है। भारतीय संस्कृति की उज्जवल परंपरा और धरोहर को बनाये रखने की जरूरत है। वर्तमान समय में परिवार में बड़े बुजुर्गों के साथ हो रही दुखद घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि आज का समाज शिक्षित और पढ़ा-लिखा होने के बाद भी बुजुर्गों के सम्मान की अनदेखा कर रहा है। समाज में जागरूकता की जरूरत है कि वे बच्चों और वर्तमान पीढ़ी को इतना संस्कारवान बनाये कि वे हमेशा अपने से बड़ों का आदर एवं सम्मान दें। उन्होंने यह भी कहा कि जिन माता-पिता और बड़े बुजुर्गों ने हमें इस दुनिया में लाने का काम किया है उसे ही अनादर कर जीवन में सुख की लालसा देखना सर्वथा अनुचित है। उन्होंने आदर्श परिवार और आदर्श समाज बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित कर वृद्धजनों को सहायता देने का काम कर रही है।
प्रदेश में 21 वृद्धाश्रम संचालित है जहां वृद्धजनों के हर तरह से ख्याल रखने का काम किया जा रहा है। हर स्तर पर बड़े-बुजुर्गों का सम्मान हो और उनके जीवन में खुशी आए यही सरकार की मंशा है। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती माया बेलचंदन, कलेक्टर श्रीमती आर. शंगीता सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वृद्धजन एवं जिला प्रशासन के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।