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उकाला फलिया : सवा सौ बच्चे न स्कूल जाते हैं, न आंगनवाड़ी

Nov 21, 2017

पेटलावद (झाबुआ)। ग्राम पंचायत मोहनकोट में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। मोरझरिया ग्राम के उकाला फलिया के लोग सुख सुविधाओं से कोसों दूर है। तालाब और पहाड़ी के एक तरफ करीब 2 किमी की दूरी में बने 70 घ्ारों के 124 से ज्यादा बच्चों की दिनचर्या कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल के सहारे नहीं बल्कि मवेशियों को चराने के साथ शुरू होती है।पेटलावद (झाबुआ)। ग्राम पंचायत मोहनकोट में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। मोरझरिया ग्राम के उकाला फलिया के लोग सुख सुविधाओं से कोसों दूर है। तालाब और पहाड़ी के एक तरफ करीब 2 किमी की दूरी में बने 70 घ्ारों के 124 से ज्यादा बच्चों की दिनचर्या कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल के सहारे नहीं बल्कि मवेशियों को चराने के साथ शुरू होती है। सुबह से लेकर देर शाम तक केवल खेलकूद और छोटे भाई बहनों की चौकीदारी में इनका समय निकल जाता है। इक्का-दुक्का बच्चे ऐसे भी हैं, जो दूर हॉस्टल में या स्कूल जाकर पढ़ाई करते हैं। फलिए के छोटे बच्चों को न आंगनवाड़ी के फायदे भी नहीं मिल रहे। बड़ा सवाल तो यह है कि लाखों-करोड़ों की योजनाएं बनाने वालों की आंखें यहां के बच्चों की तकलीफ क्यों नहीं देख सकीं।
उकाला फलिए से करीब 4 किमी दूरी पर माध्यमिक स्कूल है। यहां के बच्चे पढ़ाई के लिए इतनी दूर नहीं जाना चाहते, न ही परिवार वाले भेजना चाहते हैं। आंगनवाड़ी भी इतनी ही दूर है। हो सकता है इनके नाम स्कूलों और आंगनवाड़ी में लिखे हुए हों, लेकिन सिर्फ नाम लिख देने से भविष्य कैसे बनेगा।
मांग भी बेअसर
ग्रामीणों और पालकों ने कई बार इस मामले में ग्राम पंचायत स्तर से लेकर मुख्यमंत्री तक आवेदन देकर फलिए में स्कूल प्रारंभ करवाने व आंगनवाड़ी खुलवाने की मांग की है, लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।
इनका कहना है
इस संबंध में प्रस्ताव भी बनाया गया और पूर्व सहायक आयुक्त को जानकारी दी गई थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। स्कूल दूर पड़ता है, इसलिए बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इस संबंध में एक बार फिर प्रस्ताव बनाकर भेज देंगे।
-पप्पू निनामा, सचिव, ग्राम पंचायत मोहनकोट
हां, यह बात सही है, बच्चे स्कूल या आंगनवाड़ी नहीं जाते हैं। इसके लिए विभाग की भी जवाबदारी बनती है। हमारे द्वारा प्रस्ताव बनाकर दिया गया, पर कोई ध्यान नहीं देता।
-मूनसिंह भूरिया, रोजगार सहायक, ग्राम पंचायत मोहनकोट
इस संबंध में संकुल प्राचार्य से जानकारी प्राप्त करता हूं। इस प्रकार का मामला मेरी जानकारी में नहीं है, जो भी होगी उचित कार्रवाई की जाएगी।
-संजय हूक्कू, बीईओ, विकासखंड पेटलावद

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