• Wed. May 8th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

नौ साल से प्रज्ज्वलित है अखण्ड ज्योति, प्रतिदिन होता है हवन और जाप

Jun 4, 2018

भिलाई। नेहरू नगर चौक के मां शेरावाली दुर्गा मंदिर में विगत 9 वर्षों से माता की अखण्ड ज्योति प्रज्ज्वलित है। इतने ही वर्षों से यहां हवन कुण्ड में भी अग्नि का स्थायी वास है। प्रतिदिन ब्राह्मण यहां आते हैं और सामूहिक रूप से मंत्रों का जाप, हवन आदि करते हैं। मंदिर के मुख्य सेवादार पं. अरुण मिश्रा ने बताया कि माता की सेवा में उन्होंने कभी व्यवधान नहीं आने दिया। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। पुरोहित और पंडित यजमानों के लिए संकल्प ग्रहण करते हैं और उसके साथ न्याय होना चाहिए।भिलाई। नेहरू नगर चौक के मां शेरावाली दुर्गा मंदिर में विगत 9 वर्षों से माता की अखण्ड ज्योति प्रज्ज्वलित है। इतने ही वर्षों से यहां हवन कुण्ड में भी अग्नि का स्थायी वास है। प्रतिदिन ब्राह्मण यहां आते हैं और सामूहिक रूप से मंत्रों का जाप, हवन आदि करते हैं। मंदिर के मुख्य सेवादार पं. अरुण मिश्रा ने बताया कि माता की सेवा में उन्होंने कभी व्यवधान नहीं आने दिया। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। पुरोहित और पंडित यजमानों के लिए संकल्प ग्रहण करते हैं और उसके साथ न्याय होना चाहिए। भिलाई। नेहरू नगर चौक के मां शेरावाली दुर्गा मंदिर में विगत 9 वर्षों से माता की अखण्ड ज्योति प्रज्ज्वलित है। इतने ही वर्षों से यहां हवन कुण्ड में भी अग्नि का स्थायी वास है। प्रतिदिन ब्राह्मण यहां आते हैं और सामूहिक रूप से मंत्रों का जाप, हवन आदि करते हैं। मंदिर के मुख्य सेवादार पं. अरुण मिश्रा ने बताया कि माता की सेवा में उन्होंने कभी व्यवधान नहीं आने दिया। यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। पुरोहित और पंडित यजमानों के लिए संकल्प ग्रहण करते हैं और उसके साथ न्याय होना चाहिए।25 नवम्बर 2011 में यहां हवन कुण्ड की स्थापना कर माता का आवाहन किया गया। तभी से ज्योति और हवन कुण्ड निरंतर प्रज्ज्वलित है। प्रतिदिन शहर के पंडित यहां स्वेच्छा से पधारते हैं और समवेत स्वर में मंत्रों का जाप करते हैं। महत्वपूर्ण तिथियों पर यहां विशेष आयोजन होते हैं।
उन्होंने बताया कि चौराहे के समीप स्थापित होने के बावजूद यज्ञशाला आम कोलाहल और लोगों की नजर से सुरक्षित है। यहां प्रवेश करते ही एक अद्भुत शांति का अनुभव होता है और कानों में सिर्फ समवेत मंत्रोच्चार की ध्वनि ही गूंजने लगती है। थोड़ी देर भी यहां बैठना एक अलौकिक अनुभूति प्रदान करती है।

Leave a Reply