भिलाई। वायलिन का करूण स्वर वैसे ही लोगों को बांध लेता है। उसपर यदि साज को भिलाई के समीर कर्मकार ने छेड़ा है तो संगीत में रुचि नहीं रखने वाले भी खिंचे चले आते हैं। कुछ ऐसा ही जादू इस्पात नगरी के इस होनहार वायलिन वादक का। छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों के अलावा देश विदेश के स्तरीय कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का जादू बिखेर चुके समीर कर्मकार के नाम सबसे लंबी अवधि तक वायलिन बजाने का विश्व रिकार्ड भी है। वे गजल सिंगर हरि हरण, गजल सम्राट जगजीत सिंह, अहमद हुसैन, मो. हुसैन, प्रेम भंडारी, पुरुषोत्तम दास जलोटा, अनूप जलोटा, प्रभंजय चतुर्वेदी के साथ देश विदेश में संगत कर चुके हैं।
समीर तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने लगातार 33 घंटे तक वाइलीन पर भजन सुनाकर एक नया विश्व कीर्तिमान रच दिया। उनका नाम गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गया। उनके करीबी बताते हैं कि समीर इतना बेहतरीन वाइलीन बजाते हैं कि वाइलीन कम सुनने वाला भी उनकी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध होकर सुनता है और बार-बार सुनने के लिए लालायित रहते हैं।
उन्हें मध्यप्रदेश सरकार के महाकाल सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इंडिया क्लासिक म्यूजिकल के क्षेत्र में दिया जाने वाले कला रत्न भी उन्हें प्राप्त हो चुका है। भारत सरकार द्वारा इंदौर में मेहंदी हसन द्वारा लता मंगेशकर सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।
समीर कर्मकार ओमान की राजधानी मस्कत के भारतीय राजदूत में भारतीय राजनयिक इंद्रमणि पाण्डेय के समक्ष भी अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली, आगरा, नागपुर, कोलकाता, मुंबई, जयपुर, भोपाल, बेंगलुरु आदि जगहों में भी अपनी छाप छोड़ चुके हैं। वह एआइआर (आॅल इंडिया रेडियो) और टीवी प्रोग्राम्स में भी कई बार आ चुके हैं। इसके अलावा दूरदर्शन में आने वाले शो सुबह सबेरा में 1999 से 2003 तक अपनी भूमिका अदा कर चुके हैं। वह छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी और वतर्मान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के समक्ष भी वाइलीन वादन कर चुके हैं।