भिलाई। भारत सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा निष्पादन वर्ष-2016 के लिये विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई है। इस में बीएसपी के 4 विभागों के सात समूहों में 42 कार्मिकों का चयन किया गया है। इन सृजनशील कार्मिकों को इस्पात भवन के सीईओ सभागार में आयोजित समारोह में सीईओ एम रवि ने बधाई दी। श्री रवि ने व्यक्तिगत तौर पर बधाई देते हुए कहा कि रिकॉर्ड नम्बर में इतने विश्वकर्मा पुरस्कार एक साथ पाना भिलाई की उत्पादन की गति को बढ़ाने में ‘एनर्जी बूस्टर’ का काम करेगा। पिछले कुछ महीनों में खराब दौर से गुजरने के बाद, अब जब संयंत्र उत्पादन की गति को तेजी से पकड़ रहा है तब एक साथ पूरी सेल बिरादरी के लगभग सारे के सारे पुरस्कार भिलाई को मिलना निश्चित रूप से एक शुभ संकेत है। उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं से कहा कि वे अपने काम को अंजाम देने वाले सभी लोगों को कभी न भूलें और भिलाई की जो टीम भावना की अपनी विशेषता है उसे बनाये रखें। उन्होंने यह भी कहा कि अब इनका दायित्व है कि अपने साथ और नये लोगों को जोड़ें तथा विभाग और संयंत्र की बेहतरी के लिए होने वाले कार्यों को और तेजी से फैलायें।
कार्यपालक निदेशक (संकार्य) पी के दाश ने कहा कि सेल के एकीकृत इस्पात संयंत्रों में सभी पुरस्कार भिलाई को प्राप्त हुए हैं जो कि भिलाई के लिए गर्व की बात है।
इसके पूर्व विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त टीमों के लीडर्स ने किये गये सृजनात्मक कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर महाप्रबंधक प्रभारी (कार्मिक एवं प्रशासन) अनुराग नागर एवं संयंत्र के महाप्रबंधक और वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
श्रम मंत्रालय की घोषणा के अनुरूप ‘बी’ केटेगरी में संयंत्र के प्लेट मिल विभाग के प्रथम समूह में 6 कार्मिक बलदेव प्रसाद सेन (सीनियर तकनीशियन), बलविन्दर सिंह (सीनियर तकनीशियन), राजन प्रवीण दयाल (तकनीशियन), ललिल कुमार नायक (तकनीशियन), पी के सिंह (सीनियर आॅपरेटर) एवं चंदन लाल ठाकरे (तकनीशियन) शामिल हैं।
बी केटेगरी में ब्लास्ट फर्नेस विभाग के द्वितीय समूह के छ: कार्मिक शैलेन्द्र कुमार चन्द्राकर (सीनियर तकनीशियन), युगल किशोर साहू (सीनियर तकनीशियन), सुदामा राम साहू (सीनियर तकनीशियन), प्रमोद श्रीवास्तव (एमओपीआर), जसवंत सिंह यादव (सीनियर तकनीशियन) एवं लिलाधर दड़वे (चाजर्मैन) सम्मिलित हैं।
सी केटेगरी में कोक ओवन एवं सीसीडी विभाग के तीसरे समूह के छ: कार्मिक सर्वश्री राज कुमार (चार्जमैन), देवेन्द्र कुमार (सीनियर तकनीशियन), विष्णु कुमार (तकनीशियन), एन ईश्वर राव (तकनीशियन), मदन लाल संभारगड़े (सीनियर आॅपरेटर) एवं महबूब अली (सीनियर आॅपरेटर) शामिल हैं।
सी केटेगरी में ब्लास्ट फर्नेस विभाग के चौथे समूह के छ: कार्मिक पाल सिंह ठाकुर (तकनीशियन), शाजी बाबू (मास्टर आॅपरेटिव), महेन्द्र बावनकर (सीनियर तकनीशियन), पालू राम साहू (एसीटी), शिवनारायण वर्मा (सीनियर तकनीशियन) एवं विजय कुमार साव (सीनियर तकनीशियन) शामिल हैं।
सी केटेगरी में एसएमएस-1 विभाग के पाँचवें समूह के छ: कार्मिक मनोज कुमार जगदाले (सीनियर ओसीटी), अभय कुमार पुरानिक (सीनियर ओसीटी), घनश्याम साहू (ओसीटी), धीरेन्द्र कुमार यादव (ओसीटी), लोचन कुमार (ओसीटी) एवं सुशांत बुलदेव (ओसीटी) सम्मिलित हैं।
सी केटेगरी में ब्लास्ट फर्नेस विभाग के छठवें समूह के छ: कार्मिक खेम लाल साहू (सीनियर तकनीशियन), संतोष कुमार सराठे (तकनीशियन), उदय प्रकाश सिन्हा (सीनियर तकनीशियन), रवि कुमार चक्रवर्ती (तकनीशियन), तोमन लाल कश्यप (सीनियर तकनीशियन) एवं आेंकार प्रसाद गायकवाड़ (सीनियर तकनीशियन) शामिल हैं।
इसी प्रकार सी केटेगरी में ब्लास्ट फर्नेस विभाग के सातवें समूह में छ: कार्मिक ओमप्रकाश परगनिहा (सीनियर तकनीशियन), मिथिलेश कुमार आडिल (मास्टर आॅपरेटर), ललित कुमार (तकनीशियन), मनी राम वर्मा (सीनियर तकनीशियन), डी मोहन राव (सीनियर आॅपरेटर) एवं मोहम्मद मस्तफिज अहमद सम्मिलित हैं।
विदित हो कि इन समूह ने सृजनशील कार्य को अंजाम देते हुए संयंत्र के लिए बड़ी मात्रा में आर्थिक बचत की है।
गौरतलब है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के कामिर्कों ने हर क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट निष्पादन करते हुए संयंत्र की उत्कृष्टता बनाये रखने के अपने प्रयासों के तहत राष्ट्रीय सम्मान और पुरस्कार अर्जित करने की श्रृंखला को सतत् रूप से बनाये रखा हैै।