बेमेतरा। कलेक्टर महादेव कावरे ने आज जिले के सभी चार जनपद पंचायत मुख्यालयों नवागढ़, साजा, बेरला एवं बेमेतरा में सरपंच एवं पटवारियों की बैठक ली। इसमें राज्य शासन की प्राथमिकता की योजना नरवा, गरूवा, घुरवा अउ बाड़ी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आगे आने की अपील की। इस योजना के संबंध में उन्होंने सरपंचों से सुझाव भी लिये। गांव में गौठान (दैहान) एवं चारागाह के लिए जमीन चिन्हांकित करने पटवारियों को निर्देश दिए। पटवारियों ने बताया कि जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है और ग्राम पंचायतों को हस्तांरित करने की कायर्वाही की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि पशुधन सड़कों में विचरण करने के कारण कभी-कभी दुर्घटना भी घटित हो जाती है। इसके अलावा पशु फसल के खेत में भी घुस जाते है। उन्होंने बेरला ब्लॉक के अंतर्गत एक गांव में बेशरम की लकड़ी से अहाता घेरकर घुरवा निर्माण कर कचरे से कम्पोस्ट खाद तैयार करने के संबंध में जानकारी दी। बाड़ी से शाक-भाजी उत्पादित कर अपने घर की जरूरतें भी पूरी कर सकते है। ग्रामीण कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु ग्राम परिदृश्य में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन यथा- नरवा (नदी-नाला), गरूवा (पशुधन), घुरूवा (जैविक खाद, बायो कम्पोस्ट) एवं बाड़ी (घर के बाड़ी में साग-सब्जी एवं फल) के समन्वित विकास से कृषि उत्पादन एवं किसानों के आमदनी बढ़ाने का कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। इस कार्यक्रम को विभिन्न विभागों की विभिन्न योजनाओं के अभिसरण व उपलब्ध संसाधनों के प्रभावों व एकीकृत उपयोग से सुनिश्चित किया जा रहा है।
कलेक्टर ने सरंपचों से कहा कि जो कार्य स्वीकृत हो गया है उसे शीघ्र प्रारंभ करने की कायर्वाही करें। हर ग्राम पंचायतों में पलायन पंजी संधारित करें, अविवादित नामांतरण का निबटारा पंचायत के प्रस्ताव के आधार पर निराकृत करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक क्ंिवटल चावल का स्टाक रखें जो जरूरतमंद को देने के लिए काम आ सकें, समय-समय पर इस चावल को बदलते भी रहें। साजा विकासखंड के 97 ग्राम पंचायतों में से अधिकांश पंचायतों में जमीन चिन्हांकित कर ली गई है, शेष में कायर्वाही जारी है। बेरला की समीक्षा बैठक के दौरान जनपद पंचायत के सीईओ ने बताया कि 137 गांवों में लगभग 389 एकड़ जमीन गौठान के लिए एवं 690 एकड़ जमीन चारागाह के लिए चिन्हांकित कर ली गई है। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास जो स्वीकृत हो चुका है उसे तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस योजना के क्रियान्वयन में सुकमा एवं कोण्डागांव जिला पूरे भारत में क्रमश: दूसरे एवं तीसरे स्थान पर है। बेमेतरा जिला राज्य में 13 वें क्रम पर है। इसको प्रथम एवं दूसरा स्थान में लाना है, इसलिए आवास निर्माण कार्य में तेजी लाएं। कलेक्टर महादेव कावरे ने राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम (कृमि मुक्ति दिवस) जो जिले में 08 फरवरी से प्रारंभ हो रहा है। इसमें आम नागरिकों एवं पंचायत प्रतिनिधियों से सक्रिय भागीदारी का आव्हान किया है। इसके अलावा जिलाधीश ने 11 फरवरी से आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुरू होने जा रहे वजन त्यौहार में भी सहयोग की अपील की है। कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में कुपोषित बच्चों के उपचार के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) संचालित किया जा रहा है। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ एस. आलोक, एसडीएम नवागढ़ – डीएस उइके, साजा- उमाशंकर साहू, बेरला – आरपी आंचला एवं बेमेतरा डीएन कश्यप, जनपद पंचायत के सीईओ नवागढ- आनंदरूप तिवारी, तहसीलदार भूपेन्द्र गावरे, साजा- प्रकाश मेश्राम, बेरला- शिशिर शर्मा एवं बेमेतरा दीपक ठाकुर, तहसीलदार साजा प्रफुल्ल रजक, थानखम्हरिया श्रीमती उमाराज उपस्थित थे।