भिलाई। बी एच यू एलुमिनी एसोसिएशन भिलाई द्वारा गत दिवस 14 अप्रैल को विश्व प्रसिद्ध बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बी एच यू), वाराणसी की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर शताब्दी वर्ष के रूप में गरिमापूर्ण रूप से मनाया गया। समारोह में 40 परिवारों के लगभग 100 से अधिक सदस्य शामिल हुए। समारोह में विभिन्न मनोरंजक एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ सदस्य नरेन्द्र सिंह छत्री ने पंडित मदनमोहन मालवीय जी की छायाचित्र पर मल्यांपर्ण कर की। तत्पश्चात दीप प्रज्वलित कर कुलगीत गाया गया। समारोह में भिलाई एलुमिनी एसोसिएसन के संरक्षक केके सिंह कायर्पालक निदेशक (पीएंडए), अखिलेश नारायण सिंह एवं उद्योगपति के एस दिक्षित के अलावा अध्यक्ष राजीव वर्मा रिटायर्ड महाप्रबंधक सेट, उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार महाप्रबंधक इंटर्नल आॅडिट एवं महासचिव संजय कुमार उप महाप्रबंधक यूनिवर्सल रेल मिल सहित परिधीय क्षेत्र की नामचीन हस्तियाँ एस के तमेर भूतपूर्व महापौर, कर्मेंद्र त्यागी व धीरेन्द्र अवस्थी आई आई टी जोन, शेखर श्रीवास्तव अधिवक्ता भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में रायपुर से उद्योगपति सुभाष अग्रवाल विशेष रूप से शामिल हुए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव वर्मा ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के गौरवपूर्ण इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। ओम प्रकाश भट्ट संयुक्त सचिव, विशाल शुक्ल कोषाध्यक्ष, आनंद शुक्ल, संदीप यादव, श्रीमती विभा सिंह, नीलिमा वर्मा, लता गुप्ता, ऋतु शर्मा एवं अन्य सदस्यों ने आयोजन में उल्लेखनीय सहयोग किया। आयोजन में भिलाई इस्पात संयंत्र में नव पदस्थ प्रबंधन प्रशिक्षुओं (एम टी टी) से भी परिचय कराया गया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की पवित्र तीर्थ नगरी वाराणसी में स्थित विश्व प्रसिद्ध बनारस हिन्दू विष्वविद्यालय की स्थापना सन् 1916 में पंडित मदनमोहन मालवीय द्वारा की गई थी, जिसकी गिनती एषिया के सबसे बड़े एवं स्थापित विश्वविद्यालय में होती है। जिसमें वर्तमान में देष-विदेष से लगभग 20 हजार से अधिक विद्यार्थी विभिन्न विषयों में विद्या अध्ययन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूर्ण करने वाले विद्यार्थी, आज देश एवं विदेशों में विभिन्न गौरवशाली पदों पर आसीन हैं तथा लोकप्रियता हासिल किये हुए हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र में उच्च पदों पर पदस्थ एवं परिधीय क्षेत्र में बड़े उद्योगों के संचालक एवं विभिन्न व्यवसायों से संबद्ध बड़ी हस्तियों ने भी बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में अपनी तकनीकी एवं गैर तकनीकी पढ़ाई पूर्ण कर अपने-अपने संस्थान का परचम लहराया है।
समारोह के अंत में आयोजन के संयोजक एवं एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार ने उपस्थितजनों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। बनारस इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना वर्ष 1919 में हुई थी और इसलिए आशुतोष त्रिपाठी, कार्यपालक निदेशक के पी एस रायपुर ने आगामी सितम्बर, 2019 को शताब्दी समारोह भी उत्साहपूर्वक आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।