• Fri. Apr 26th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

रूंगटा के रायपुर कैम्पस में ‘वर्क-लाइफ बैलेंस एण्ड स्ट्रेस मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

Apr 5, 2019

Work Life Balance and Stress Managementरायपुर। नंदनवन के समीप स्थित संतोष रूंगटा एजुकेशनल कैम्पस में संचालित रूंगटा कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीइटी), रायपुर में छ.ग. स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई की टेकिप-थ्री स्कीम के अंतर्गत वर्क-लाइफ बैलेंस एण्ड स्ट्रेस मैनेजमेंट पर दो-दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। रिसोर्स पर्सन के रूप में विख्यात मोटीवेशनल स्पीकर तथा कॉर्पोरेट ट्रेनर नितिन श्रीवास्तव उपस्थित थे। Rungta College of Engineering Raipurइस दो-दिवसीय वकर्शाॅप में प्रतिभागियों के रूप में सीएसवीटीयू से संबद्ध विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकगण उपस्थित थे। कायर्शाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को रोजमर्रा की भागदौड़ भरी जिंदगी से उपज रहे तनाव से मुक्त होते हुए किस प्रकार से अपने कार्य और जीवन के मध्य बैलेंस बनाया जा सकता है इसकी जानकारी उपलब्ध कराना था। मौके पर संतोष रूंगटा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स, भिलाई-रायपुर के चेयरमेन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर (टेक्निकल) डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफ एण्ड ए सोनल रूंगटा, डायरेक्टर (ग्रुप टेक्निकल एजुकेशन) डॉ. बी.के. स्थापक, प्रिंसिपल आरईसी-रायपुर डॉ. वाय.एम. गुप्ता, प्रिंसिपल आरसीइटी-रायपुर डॉ. डी.एन. देवांगन सहित समस्त फैकल्टी मेम्बर्स तथा सीएसवीटीयू से संबद्ध राज्य के विभिन्न कॉलेजों से आये प्रतिभागीगण उपस्थित थे।
कायर्शाला के पहले दिन हुए चार विभिन्न सेशन्स में पहले सेशन में मोटीवेशनल गुरू नितिन श्रीवास्तव ने ‘अण्डरस्टैंडिंग द स्ट्रेस एण्ड स्ट्रेस मैकेनिज़्म’ के अंतर्गत दैनिक जीवन में तनाव कैसे उत्पन्न होते हैं उनकी कार्यप्रणाली एवं कारणों पर उदाहरण सहित विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। दूसरे व तीसरे सेशन में ‘फण्डामेन्टल्स आॅफ ह्यूमन लाइफ’ विषय पर बोलते हुए मानवीय जीवन के विभिन्न आधारों के सबंध में बताया वहीं अंतिम सेशन में ‘अंडरस्टैंण्डिंग प्रिंसिपल्स आॅफ ह्यूमन माइंड’ के अंतर्गत ह्यूमन माइंड से संबंधित विभिन्न सिद्धांतों से अवगत कराया गया। कायर्शाला के दूसरे दिन पहले व दूसरे सेशन में मानवीय मनो-मस्तिष्क को प्रभावित करने वाले आंतरिक तथा बाह्य कारकों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई वहीं तीसरे सेशन में मेडीटेशन का अनुभव कराने हेतु विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया साथ ही साउण्ड हीलिंग टेक्निक्स के माध्यम से तनाव मुक्ति की प्रक्रिया का अनुभव कराया गया। चैथे व अंतिम सेशन में विभिन्न ब्रिदिंग एक्सरसाइज के माध्यम से तनाव मुक्त होने का अनुभव कराया गया। यह बताया गया कि डीप ब्रिदिंग एक्सरसाइज के माध्यम से दिमागी तनाव और अन्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। केवल गहरी सांस लेने और छोड़ने से ही हमें कई तरह के फायदे होते हैं।

Leave a Reply