भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्वओजोन दिवस के उपलक्ष्य में बायोटेक विभाग द्वारा ‘ओजोन परत का क्षय कारण व निराकरण’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। बीएससी व एमएससी के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम प्रभारी बायोेटेक विभाग की स.प्रा. श्वेता दवे ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला व कहा ओजोन परत पर छेद होना गंभीर चिंता का विषय है। विद्यार्थियों को जागरूक करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने बायोटेक विभाग की सराहना करते हुये कहा ओजोन परत में छेद होने से हर पल पृथ्वी का तापक्रम बढ़ता जा रहा है। हर वर्ष त्वचा रोगियों की संख्या बढ़ रही है विद्यार्थियों को जागरूक होना आवश्यक है जिससे संरक्षण के उपाय किया जा सके।
ओजोन संरक्षण के उपाय बताते हुये होमेन्द्र साहू बीएससी अंतिम वर्ष ने कहा विज्ञान छात्रों को प्रेक्टिकल के साथ-साथ एक वृक्ष लगाना अनिवार्य कर देना चाहिए जिससे महाविद्यालय व आसपास का वातावरण हरा भरा रहेगा। मनीष पॉल ने कहा डस्टबीन घर के साथ-साथ सड़कों पर भी रखना चाहिए व इसका प्रयोग अनिवार्य कर देना चाहिये जिससे पर्यावरण का संरक्षण होगा। श्रेया जायसवाल ने कहा जिसको हम रिसाइकल कर उपयोग कर सकते है उसे जरूर उपयोग करना चाहिये।
विद्यार्थियों ने पर्यावरण के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की और बताया एसी और फ्रीज का उपयोग कम से कम करना चाहिये क्योंकि इससे निकलने वाले क्लोरो-फ्लोरो कार्बन ओजोन परत को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। हम घरेलू वस्तुयें जैसे- मटके आदि का प्रयोग कर सकते है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. चेताली मैथ्यू, स.प्रा. भागवत देवांगन, स.प्रा. शिरीन अनवर ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें उपस्थित हुर्इं।