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गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं ने किया अध्यापन, समाजशास्त्र पर दिया व्याख्यान

Nov 21, 2019

दुर्ग। शासकीय डॉ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग के तत्वावधान में वृहद व्याख्यानमाला का आयोजन किया। इसके अंतर्गत छात्राओं ने ही पावर प्वाईन्ट के माध्यम से अध्यापन कार्य किया और विभाग के शिक्षकों ने इसका मूल्यांकन किया। विभागाध्यक्ष डॉ. मोनिया राकेश ने बताया कि एम.ए. प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं की प्रस्तुति से एक ओर छात्राओं में अध्यापन कला तथा आत्मविश्वास का लाभ हुआ वहीं उनकी विषयगत जानकारी का लाभ अन्य छात्राओं ने लिया।दुर्ग। शासकीय डॉ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग के तत्वावधान में वृहद व्याख्यानमाला का आयोजन किया। इसके अंतर्गत छात्राओं ने ही पावर प्वाईन्ट के माध्यम से अध्यापन कार्य किया और विभाग के शिक्षकों ने इसका मूल्यांकन किया। विभागाध्यक्ष डॉ. मोनिया राकेश ने बताया कि एम.ए. प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं की प्रस्तुति से एक ओर छात्राओं में अध्यापन कला तथा आत्मविश्वास का लाभ हुआ वहीं उनकी विषयगत जानकारी का लाभ अन्य छात्राओं ने लिया। दुर्ग। शासकीय डॉ. वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग के तत्वावधान में वृहद व्याख्यानमाला का आयोजन किया। इसके अंतर्गत छात्राओं ने ही पावर प्वाईन्ट के माध्यम से अध्यापन कार्य किया और विभाग के शिक्षकों ने इसका मूल्यांकन किया। विभागाध्यक्ष डॉ. मोनिया राकेश ने बताया कि एम.ए. प्रथम सेमेस्टर एवं तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं की प्रस्तुति से एक ओर छात्राओं में अध्यापन कला तथा आत्मविश्वास का लाभ हुआ वहीं उनकी विषयगत जानकारी का लाभ अन्य छात्राओं ने लिया।काजल ने विशेष विवाह अधिनियम 1954 की विषयवस्तु एवं नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि हिन्दू मैरिज एक्ट एवं मुस्लिम मैरिज एक्ट के अनुपालन एवं अभिभावकों की सहमति की आवश्यकता होती है। प्रियंका ने समाज में किन्नरों के स्थान एवं व्यवस्था पर प्रकाश डाला तथा शासन स्तर पर इस वर्ग को मिलने वाली सुविधाओं की चर्चा की।
एड्स का समाज पर प्रभाव एवं आत्महत्या के सामाजिक कारणों पर योगेश्वरी साहू तथा मीना ने बताया कि पाश्चात्य संस्कृति के अंधाधुंध अनुपालन से विभिन्न प्रकार की समस्याओं से समाज को जूझना पड़ता है। बढ़ती समाजिक कुरितियों एवं अवसाद के कारण आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही है जो चिंतनीय है।
बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण पर प्रस्तुति देते हुए भावना ने इसके वायु, जल और भूमि पर पड़ रहे प्रभाव तथा समाधान के लिए संकल्प की आवश्यकता बतलाई। शासन स्तर पर प्लास्टिक पर लगाये गये प्रतिबंध को सराहनीय कदम बताते हुए आमजन को इसका अनुपालन करने तथा प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने की आवश्यकता है। इसके लिए जनजागरूकता महत्वपूर्ण है।
व्याख्यानमाला में विभिन्न शासकीय योजनाओं पर भी चर्चा की गयी। छात्राआें के द्वारा चयनित विषय वस्तु पर प्राध्यापकों ने प्रसन्नता जाहिर की।
जहाँ सोच वहाँ शौचालय, विधवा पेंशन योजना, 2019 ट्रैफिक नियम, मुख्यमंत्री पेंशन योजना, राशन कार्ड, साइबर क्राइम, बाल मजदूरी जैसे विषयों पर हुए व्याख्यान ने अपनी छाप छोड़ी।
पूर्णिमा निषाद, योगिता पवार, तामेश्वरी, नेहा साहू, केसरी साहू, प्रगति जैन, रिया, चंचल, सुरभि, आभा यादव, मनीषा, तनु, देवकी, विनिता, तीथर्रानी, कविता ने इसमें हिस्सा लिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में प्राध्यापक एवं छात्राएँ उपस्थित थे।

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