भिलाई। धरती पर जब-जब धर्म के विपरीत कोई कार्य होता है, जब-जब पापियों का अत्याचार बढ़ता है, तब-तब भगवान संतों एवं भक्तों के कष्टों को हरने के लिए पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। प्रभु श्रीराम के जन्म के कई कारण है, परन्तु उन सभी कारणों में माता शबरी की साधना भी एक कारण थी। यह बातें श्रीराम कथा मर्मज्ञ पं. शंभुशरण लाटाजी महाराज ने कहीं।
श्री राधा-कृष्ण मंदिर, नेहरू नगर द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के तृतीय दिवस पर सभी भक्तों ने श्रीराम जन्मोत्सव का भरपूर आनन्द उठाया।कोलकाता से पधारे संत वाणीभूषण पंडित शंभुशरण लाटाजी महाराज के भजन अवध में आनंद भयो जय रघुवर लाल की, धरती पर खुशियॉं छायी पर श्रद्धालु झूमते रहे।
यह श्रीराम कथा 15 से 23 जनवरी तक नित्य दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे नियमित रूप से चलती रहेगी। इस कथा का सीधा प्रसारण यू-ट्यूब के शिवशक्ति टी.वी. पर किया जा रहा है। रामकथा के अवसर पर समिति के अध्यक्ष संजय रूंगटा, महासचिव बंशी अग्रवाल, विजय गुप्ता, विजय अग्रवाल, भगवती राइका, सुरेश केजरीवाल, नेत राम अग्रवाल, आशीष गुप्ता, छोटेलाल अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, गोवर्धन अग्रवाल सहित श्रद्धालु मौजूद थे।