भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय में सतर्क भारत-समृद्ध भारत विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन वाणिज्य एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तात्वावधान में आयोजित किया गया। सीए सुनील अग्रवाल मुख्य वक्ता थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने की। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये संयोजक डॉ अजीता सजीत ने कहा सर्तक भारत समृद्ध भारत विषय के माध्यम से ग्राहकों को अपने अधिकारों से परिचित कराना चाहते है। सरदार पटेल की जन्म तिथि को ग्राहक जागरुकता दिवस के रुप में मानते है। सीए सुनील अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा जब भी हम कोई सामान लेते है हमें बिल लेना चाहिये। इससे ग्राहकों के हितों की रक्षा होती है। टैक्स के रुप में प्राप्त पैसा देश के विकास में काम आता है। कई बार दुकानदार डिस्काउंट का ऑफर देते है पर इसमें कुछ शर्ते होती है। जागरुक ग्राहक के रुप में हमें सावधानी से शर्तों को पढ़ना चाहिये किस-किस सामान में डिस्काउंट है। वैसे ही समान खरीदते समय विशेषकर इलेक्ट्रीकल, इलेक्ट्रानिक्स सामान में गारंटी व वारंटी के नियमों की जानकारी सावधानी पूर्वक पढ़ना चाहिये। अगर आपके सामने कोई दुकानदार दूसरे ग्राहक को गलत जानकारी दे रहे हैं ग्राहक को सही जानकारी दे कर जागरुक करना चाहिये। हमेशा गलत बातों का विरोध करें। उन्होंने अपने अनुभव बताते हुये कहा कि एकबार ट्रेन में कोल्डड्रिंक ज्यादा कीमत पर बेच रहे थे। शिकायत करने पर जितने लोगों ने कोल्डड्रिंक खरीदा था उनसे ली गई अतिरिक्त राशि वेंडर को वापस करनी पड़ी।
प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा जब भी हम कोई समान खरीदते है वह कितने भी कम कीमत की क्यों न हो उसका बिल जरुर लेना चाहिये। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा व हमारे दिये टैक्स के पैसे का सदूपयोग जन कल्याण के रुप में होगा हम कोल्डड्रिंक लेते है तो कूलिंग का एस्ट्रा पैसा दुकानदार ग्राहक से नहीं ले सकता। यहां तक एयरपोर्ट में आपकी फ्लाईट का डिस्प्ले ना हो रहा हो और फ्लाईट छूट जाय तो भी आप ग्राहक के रुप में क्लेम कर सकते है। आपको पूरी राशि मिलेगी। डॉ शुक्ला ने बताया कि दस रुपये खर्च करते है तो भी हमें बिल लेना चाहिये।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने प्रश्न पूछे जिसका समाधान श्री अग्रवाल ने किया। के.हेमा बी.कॉम-प्रथम वर्ष के सवालों का जवाब देते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि किसी भी सूरत में एमआरपी से ज्यादा पैसे नहीं लिये जा सकते। प्रथम वर्ष के ही विशाल कन्नौजे, प्रीति, आदि ने भी सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों व प्राध्यापकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजीता सजीत विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. निशा पाठक ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया।