भिलाई। नगर निगम ने साफ कर दिया है कि अब कचरा फैलाने वालों को स्वयं ही सफाई करनी होगी और ऐसा नहीं करने पर उन्हें भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके परिपालन में सड़क पर कचरा फेंकने वाले एक व्यक्ति से सफाई करवाई गई तथा आइंदा ऐसा पाए जाने पर जुर्माना लगाने की चेतावनी दी गई। आयुक्त ने आकाशगंगा सब्जी मण्डी, लक्ष्मी नगर सब्जी मंडी आदि का निरीक्षण किया।स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के मापदंडों के तहत भिलाई निगम द्वारा सभी पहलुओं पर काम किया जा रहा है। निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी प्रातः 6:00 बजे औचक निरीक्षण करने फील्ड में निकले। आकाशगंगा सब्जी मंडी में उन्होंने एक स्वच्छता कर्मचारी के समय पर न आने पर नाराजगी जाहिर की। सुपरवाइजर एवं सफाई कर्मचारियों को समय पर आने का निर्देश दिया। उन्होंने सड़कों की स्वीपिंग कार्य देखी। आकाशगंगा स्थित शौचालय का निरीक्षण किया, शौचालय के केयरटेकर को प्रत्येक समय शौचालय को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए। रात्रिकालीन सफाई रोजाना बाजार क्षेत्रों में जारी रखने के निर्देश दिए।
प्रमुख बाजार में कई लोगों द्वारा मास्क रखे होने के बावजूद नहीं लगाने पर उन्हें समझाइश दी गई। मास्क पहनकर ही व्यवसाय एवं खरीदी करने कहा गया। आकाशगंगा सब्जी मंडी के नालियों की सफाई पूर्ण रूप से कराने के निर्देश दिए। एक व्यक्ति द्वारा सड़क पर कचरा फैलाया जा रहा था जिसे समझाइश देकर उसी व्यक्ति से सफाई करवाई गई तथा दूसरे दिन फिर से इस स्थल पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
लक्ष्मी नगर सुपेला में सब्जी एवं मटन मार्केट का भी निरीक्षण आयुक्त महोदय द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निकायों में स्वच्छता की स्थिति को और बेहतर करने के निर्देश दिए है। इसी कड़ी में भिलाई निगम द्वारा स्वच्छता के प्रत्येक पहलुओं पर कार्य किया जा रहा है। निर्देश के परिपालन में जोन आयुक्त भी अब फील्ड में नजर आ रहे है। आज जोन आयुक्त प्रीति सिंह ने पावर हाउस स्थित मार्केट के सफाई कार्य का जायजा लिया तथा जोन आयुक्त सुनील अग्रहरी ने आकाशगंगा सब्जी मार्केट का निरीक्षण किया।
महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री रघुवंशी ने स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम पायदान पर भिलाई को लाने के लिए तथा स्वच्छ शहर की रैकिंग हासिल करने के लिए शत प्रतिशत घरों से कचरा संग्रहण, सेग्रीगेशन और एमआईएस एंट्री, वाटर प्लस, सिटीजन फीडबैक, ओडीएफ प्लस प्लस इत्यादि के मापदंड पर फोकस करने कहा। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में शहरों के बीच विभिन्न श्रेणी में होने वाली प्रतिस्पर्धा निर्धारित 6000 अंक की है।