भिलाई। एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया गया। हेपेटाइटिस वायरस जनित रोग है जिसके खतरनाक होने पर व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है। दुनिया भर में इस वायरस के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए अनेक प्रयास किये जाते हैं। उक्त जानकारी आज सहायक प्राध्यापक ममता सिन्हा ने महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दी।कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के निर्देश पर प्राचार्य तमिल सेलवन के मार्गदर्शन में किया गया। ममता सिन्हा ने बताया कि हेपेटाइटिस का मतलब उन वायरसों से है जो लिवर को अपनी चपेट में लेते हैं। मुख्य रूप से हेपेटाइटिस वायरस के चार प्रकार हैं – ए, बी, सी और ई। इस वायरस से संक्रमित होने पर यकृत में सूजन आ जाती है जिसे यकृत शोथ या हेपेटाइटिस कहते हैं। यकृत न केवल भोजन पचाने में मदद करता है बल्कि विषाक्त तत्वों को अलग करने का काम भी करता है। यह प्रोटीन का संश्लेषण भी करता है। यकृत शोथ होने पर ये सारे कार्य प्रभावित हो जाते हैं और रोगी का हालत खराब हो जाती है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी का टीका आता है। नर्सिंग सहित चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी लोगों को यह टीका अवश्य लगवाना चाहिए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राएं ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में उपस्थित थीं। विद्यार्थियों ने अनेक प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।