दुर्ग। राज्यपाल के निर्देशानुसार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण की श्रृंखला में कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने राजनांदगांव शहर के तीन प्रमुख महाविद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने इन महाविद्यालयों के कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इस दौरान दो पुस्तकों का विमोचन भी किया।कुलपति के साथ निरीक्षण दल में शामिल कुलसचिव, डॉ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि कुलपति सर्वप्रथम शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगांव पहुंची। वहां प्राचार्य, डॉ. बेबीनंदा मेश्राम की उपस्थिति में डॉ पल्टा ने महाविद्यालय में चल रही आफलाईन कक्षाओं का जायजा लिया। कुलपति ने निरीक्षण वाले तीनों शासकीय महाविद्यालयों में उपस्थिति पंजीयक अवकाश पर अथवा अनुपस्थित प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों का विवरण, ग्रंथालय में उपलब्ध सुविधाएं, प्रयोगशाला आदि का सघन निरीक्षण किया। कोरोना संक्रमण काल का सदुपयोग करते हुए दिग्विजय कॉलेज के अर्थशास्त्र विषय के प्राध्यापक, डॉ. महेश श्रीवास्तव तथा अंग्रेजी विभाग की डॉ. नीरू श्रीवास्तव द्वारा रचित पुस्तक का भी कुलपति ने विमोचन किया। इस पुस्तक में लेखक द्वारा 24 शासकीय योजनाओं पर कोविड-19 के प्रभाव का समीक्षात्मक मूल्यांकन किया है।
कुलसचिव, डॉ. देवांगन ने बताया कि कुलपति डॉ. पल्टा ने राजनांदगांव एवं आसपास के सभी शोधकेन्द्र के शोध निर्देशकों का संबोधित करते हुए सलाह दी कि शोध छात्रों को समाज से जुड़े मुद्दों पर विषय आबंटित करें। कुलपति ने उच्च स्तरीय रिसर्च जर्नल्स में शोध छात्राओं की प्रकाशन पर जोर दिया। निरीक्षण के द्वितीय चरण में कुलपति शासकीय विज्ञान महाविद्यालय पहुचीं। वहां उपस्थिति प्राचार्य, डॉ. सोनवानी ने महाविद्यालय में संचालित ऑफलाईन कक्षाओं व महाविद्यालय में की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दीं। समस्त प्राध्यापकों व कर्मचारियों की उपस्थिति से कुलपति संतुष्ट दिखीं। शासकीय कमल देवी राठी महिला महाविद्यालय राजनांदगांव के निरीक्षण के दौरान कुलपति, डॉ पल्टा ने महाविद्यालय परिसर में उपस्थित छात्राओं से चर्चा कर महाविद्यालय की जानकारी प्राप्त की। यह महाविद्यालय मनोविज्ञान विषय का प्रमुख शोधकेन्द्र है। प्राचार्य, डॉ. सुमन सिंह बघेल ने कुलपति, डॉ. पल्टा का स्वागत करते हुए सम्पूर्ण महाविद्यालय का भ्रमण करवाया। छात्राओं की उपलब्धियों पर कुलपति एवं कुलसचिव ने प्रसन्नता व्यक्त की। राजनांदगांव के तीनों महाविद्यालयों में अपने संबोधन के दौरान कुलपति, डॉ. पल्टा ने समस्त प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं को जानकारी दी कि आगामी सेमेस्टर परीक्षा दिसंबर/जनवरी तथा मार्च/अप्रैल में आयोजित होने वाली मुख्य वार्षिक परीक्षा आफलाईन पद्धति से आयोजित होगी। अतः समस्त विद्यार्थी इस बात को ध्यान में रखकर परीक्षा की तैयारी करें। प्राचार्यों एवं प्राध्यापकों को प्रायोगिक की कक्षाएं भौतिक रूप से पूर्ण करने के निर्देश भी कुलपति, डॉ पल्टा ने दिये। कुलपति अब तक अपने निरीक्षण के दौरान 15 शासकीय महाविद्यालयों का निरीक्षण कर चुकी हैं। कुलपति का यह निरीक्षण दौरा लगातार जारी रहेगा।