• Sun. Apr 28th, 2024

Sunday Campus

Health & Education Together Build a Nation

पद्मश्री फुलबासन ने किया चतुर्भुज फाउंडेशन का सम्मान

Dec 6, 2021
Chaturbhuj Foundation felicitated

भिलाई। सामाजिक एवं सांस्कृतिक समूह कुटुम्ब तथा संधान संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में “वरिष्ठ नागरिक और हमारा सामाजिक दायित्व” विषय पर संगोष्ठी का गरिमामय आयोजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री फुलबासन बाई यादव ने वरिष्ठ नागरिकों की निरंतर निःस्वार्थ सेवा के लिए श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन को सम्मानित किया गया। पद्मश्री फुलबासन बाई ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों एवं वृद्ध जनों की देखभाल सामूहिक जिम्मेदारी है।

पद्मश्री फुलबासन ने बताया कि उनका जीवन पूरी तरह से समाज को समर्पित है। जहां से जो कुछ भी मिला, सबकुछ महिलाओं के उत्थान में लगा दिया। उन्होंने बताया कि अब तक 70 से अधिक बार उनका सम्मान किया जा चुका है। इसमें सोना, चांदी, हीरा और लाखों रुपए की नगदी शामिल है। यह पूरा पैसा उन्होंने मां बम्लेश्वरी महिला स्व सहायता समूह को आगे बढ़ाने में लगा दिया। उन्होंने कहा कि देने में ही सुख और प्रसन्नता है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव में वे एक आश्रम स्थापित कर रही हैं जो पूरे समाज के हित की साधना करेगा। वे बाद में ऐसे आश्रम अन्य जिलों में भी स्थापित करेंगी।
पद्मश्री फुलबासन से यह सम्मान चतुर्भुज फाउंडेशन की अध्यक्ष सरिता श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव, सीमा श्रीवास्तव एवं जसबीर कौर ने प्राप्त किया। श्री ने कहा कि यह सम्मान हमारे लिये ऊर्जा और प्रेरणा का पर्याय है। वरिष्ठ जनों की सेवा करके हमें जो संतोष और सुख प्राप्त होता है उसे शब्दों मे बयान नहीं किया जा सकता।


आरंभ में संधान के प्रो.डी.एन.शर्मा ने कहा कि यह वैचारिक संगोष्ठी और सम्मान समारोह आयोजित करने के पीछे हमारा उद्देश्य यही है कि हम समाज के अधिकाधिक लोगों को वरिष्ठ जनों के प्रति जिम्मेदार बनाएं। संगोष्ठी के वक्ता वीरेंद्र सतपथी ने छोटी छोटी कहानियों के माध्यम से वरिष्ठ जनों की समस्याओं की व्याख्या की। प्रो. हरिनारायण दुबे ने इस विषय मे शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका का जिक्र किया और कहा कि नैतिक शिक्षा को ज्यादा कारगर और समाजोपयोगी बनाकर हम अपनी भूमिका का विस्तार कर सकते हैं। डा. अंजना श्रीवास्तव ने कहा कि समाज शास्त्रियों को बदलते हुए सामाजिक परिवेश का अध्ययन करके अपने निष्कर्ष से इस संबंध मे राय और सलाह देनी चाहिए। संगोष्ठी को डा. आभा शशि कुमार एवं एन.एन.राव ने भी संबोधित किया।
समारोह का संचालन डा. अनिता सावंत ने तथा आभार प्रदर्शन शायर मुमताज ने किया। समारोह मे रवि श्रीवास्तव, विनोद साव, डा.एच.आर.वार्षणेय, डा.अशोक गणवीर, दीपक रंजन दास, भावना पाण्डेय, अरविंद सिंह, राजेंद्र सोनबोईर, विद्या गुप्ता, संजय दीवान, ई.वी.मुरली, राघवेंद्र सिंह, अनिता करडेकर, प्रदीप भट्टाचार्य, ऋषि गजपाल, शंकर चरण पाण्डेय, पोलम्मा, महेश चतुर्वेदी, राजेश प्रजापति, राहुल पटेल, सुमीत ताम्रकार, रफीक, वीरेंद्र पाण्डेय आदि अनेक प्रबुद्धजन मौजूद थे।

Leave a Reply