रायपुर। प्रदेश की महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में पुरुषों से आगे पर हैं। जहां तक ट्रैफिक रूल्स को मानने की बात है तो अकेले रायपुर में ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन कर महिला चालक प्रतिमाह 10 लाख रुपए से अधिक का फाइन चुका रही हैं। इस तरह एक साल में महिलाएं करीब 1.20 करोड़ रुपए ट्रैफिक रूल तोड़ने के लिए चुका रही हैं। वैसे इस मामले में पुरुष अब भी उनसे आगे हैं। पुरुष हर माह ट्रैफिक नियम तोड़ने पर करीब 40 से 50 लाख रुपए तक फाइन चुका रहे हैं। ट्रैफिक उल्लंघन के कुल मामलों में 55 से 67 लाख रुपए फाइन वसूली प्रतिमाह की जा रही है।
पिछले पांच साल में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ी है। 2017 से 2022 के बीच 1.98 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं। इसी अवधि में पुरुषों को 20.48 लाख से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाओ की संख्या राजधानी रायपुर में ज्यादा है, लेकिन दुर्ग की महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में तकरीबन शत-प्रतिशत (99.59 फीसदी) पास हो रही हैं। रायपुर में पिछले पांच साल में 38 हजार से ज्यादा महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं। दुर्ग में यह संख्या 41 हजार से ज्यादा है। पुरुषों के ड्राइविंग लाइसेंस के मामले में रायपुर प्रदेश में सबसे आगे है। यहां 2.27 लाख से अधिक पुरुषों ने लाइसेंस बनवाए हैं।
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