भिलाई। हाइटेक सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सी सुधाकर एवं डॉ मिथलेश देवांगन ने आज कहा कि शहर में हेपेटाइटिस-ए के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक संक्रामक बीमारी है जिससे बच्चों की सुरक्षा करना जरूरी है। अच्छी बात यह है कि हेपाटाइटिस-ए से बचाव के लिए बेहद कारगर टीका उपलब्ध है।
डॉ मिथलेश देवांगन ने बताया कि हेपेटाइटिस के पांच प्रकारों में से हेपेटाइटिस-ए को सबसे कम खतरनाक माना गया है पर इसका मतलब यह नहीं है कि इसके प्रति लापरवाही बरती जाए। इसके संक्रमण से लिवर में सूजन आ जाती है। बच्चे को बुखार, पेट में दर्द, उलटी, दस्त, भूख की कमी और थकान जैसी समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए स्ट्रीट फूड पर तत्काल रोक लगाएं। पानी उबालने के बाद ठंडा कर पियें। शौच जाने के बाद साबुन से हाथ धोएं।
डॉ सुधाकर ने बताया कि यह एक बेहद संक्रामक रोग है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस-ए का प्रभाव मरीजों में कुछ सप्ताह से लेकर कई महीनों तक रह सकता है। रोगी अथवा उसके मल-मूत्र के सम्पर्क में आने, दूषित भोजन, पानी का सेवन करने, संक्रमित व्यक्ति द्वारा तैयार किया गया भोजन करने से हो सकता है। विशेष तौर पर डे केयर सेंटर में रहने वाले बच्चे, स्कूल में टिफिन करने वाले या होस्टल में रह रहे बच्चे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इसका टीका आता है और हाइटेक हॉस्पिटल में भी उपलब्ध है।
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