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हेमचंद विश्वविद्यालय में 28 नये पीएचडी शोध निर्देशकों को मान्यता

Jul 20, 2022
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दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में हाल ही में आयोजित पीएचडी आरडीसी की बैठक में 11 विषयों में 28 प्राध्यापकों को विषय विशेषज्ञ द्वारा नये शोध निर्देशक के रूप में मान्यता प्रदान करने की अनुशंसा की गई है। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं पीएचडी सेल प्रभारी, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि सत्र 2021 की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण आवेदक तथा यूजीसी के नियमानुसार पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2021 से छूट प्राप्त आवेदक इन नये शोध निर्देशकों के मार्गदर्शन में पीएचडी हेतु अपना पंजीयन विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले 17 शोधकेन्द्रों में करा सकेंगे।
कोविड-19 संक्रमण काल के परिपेक्ष्य में इन आवेदकों को विष्वविद्यालय द्वारा पीएचडी हेतु पंजीकृत होने के लिए यह अंतिम अवसर प्रदान किया जा रहा है। इन आवेदकों को विभिन्न शोधकेन्द्रों पर दिनांक 25 जुलाई से 05 अगस्त 2022 के मध्य आयोजित होने वाली डीआरसी बैठक में शामिल होकर पीएचडी हेतु प्रवेश लेना होगा।
इन नवप्रवेषित पीएचडी शोधार्थियों की कोर्सवर्क की कक्षाएं 25 अगस्त से विभिन्न शोधकेन्द्रों पर आरंभ होगी। कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने नये शोध निर्देशकों को बधाई देते हुए कहा कि वे अपने मार्गदर्शन में ऐसे शोधकार्यों को बढ़ावा दे जो समाज हेतु उपयोगी हों। विश्वविद्यालय के कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने बताया कि पीएचडी करने वाले सभी शोधार्थियों एवं शोधनिर्देशकों को विश्वविद्यालय के पीएचडी संबंधी अधिनियम 45 तथा यूजीसी द्वारा समय-समय पर जारी निर्देषों का पालन करना आवश्यक होगा।
विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भौतिक शास्त्र विषय में दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव की डॉ. प्रीति बाला टाक, गणित में कल्याण कॉलेज, भिलाई के डॉ मयूर पुरी गोस्वामी, हिन्दी में समाधान कॉलेज, बेमेतरा की डॉ आस्था दीवान, राजनीतिशास्त्र में शासकीय महाविद्यालय मानपुर के डॉ देवेन्द्र साहू, समाजशास्त्र में वैशाली नगर कॉलेज की डॉ चांदनी मरकाम, अर्थशास्त्र में विश्वविद्यालय की डीसीडीसी, डॉ प्रीता लाल तथा साइंस कॉलेज, दुर्ग की डॉ अंशुमाला चंदनगर, प्राणीशास्त्र में शासकीय महाविद्यालय, खेरथा के डॉ यासर कुरैशी तथा भिलाई महिला महाविद्यालय भिलाई की डॉ निष्ठा वैद्य, बायोटेक्नॉलाजी में शंकराचार्य कॉलेज, जुनवानी की डॉ आकांक्षा जैन, सेंट थॉमस कॉलेज की डॉ अनुभूति झा तथा दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव के डॉ केशव राम आडील, रसायन शास्त्र में दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव के डॉ अश्विनी शर्मा, शासकीय महाविद्यालय, डौंडी लोहारा की डॉ यास्मिन परवेज तथा शासकीय नवीन महाविद्यालय, बोरी की डॉ मीना चक्रवर्ती को नये शोध निर्देषक के रूप में मान्यता दी गई है।
इसके अलावा शिक्षा संकाय में भारती कॉलेज, दुर्ग के डॉ मनोज मौर्य, स्वरूपानंद कॉलेज, भिलाई की डॉ मंजुषा नामदेव, भिलाई कॉलेज ऑफ आईटी की डॉ अंजु त्रिपाठी, मनसा कॉलेज, की डॉ नमिता गौराहा एवं डॉ रीतिका सोनी तथा वाणिज्य में भिलाई महिला महाविद्यालय भिलाई की डॉ निधी मोनिका शर्मा, डॉ भारती वर्मा, डॉ राजश्री शर्मा, सेंट थॉमस कॉलेज की डॉ नीलम गांधी, डॉ सुनिता क्षत्रीय, डॉ रिन्सी बी अब्रहम, डॉ प्रतीक कुमार शर्मा, तथा शासकीय कमला देवी राठी महिला महाविद्यालय, राजनांदगांव की डॉ लाली शर्मा शामिल है। इनके अलावा भी कुछ प्राध्यापकों के आवश्यक प्रपत्र पूर्ण न होने के कारण उनका आवेदन लंबित रखा गया है। इन प्राध्यापकों द्वारा आवष्यक प्रपत्र विश्वविद्यालय में प्रस्तुत किये जाने पर उन्हें भी शोध निर्देशक के रूप में मान्यता प्रदान की जा सकेगी।

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