रायपुर. बोर्डिंग स्टेशन पर यदि आप ट्रेन में नहीं चढ़े तो आपकी रिजर्वेशन कैंसल हो जाएगी और अगले स्टेशन पर उसे किसी और को अलॉट कर दिया जाएगा. रेलवे ने हैंड हेल्ड टर्मिनल टैबलेट के जरिए सर्वर से ऑनलाइन व्यवस्था शुरू कर दी है. यदि यात्री बोर्डिंग स्टेशन पर सवार नहीं होगा, तो उसकी सीट आरएसी या फिर वेटिंग लिस्ट के यात्री को अलॉट हो जाएगी. टीटीई को चार्ट के झंझट से मुक्त कर दिया गया है. अब टीटीई यात्रा के दौरान किसी को भी कंफर्म सीट उपलब्ध नहीं करा पाएंगे.
कैंसेलेशन-रिजर्वेशन का यह पूरी तरह ऑनलाइन सिस्टम है. रायपुर रेलवे मंडल के 108 टीटीई को यह गैजेट दे दिया गया है. पहले टीटीई ट्रेन में चार्ट लेकर घूमते थे. प्लेटफॉर्म पर उतरते ही लोग उसे घेर लेते थे. बोर्डिंग स्टेशन पर यात्री नहीं आने पर वह एक दो स्टेशन इंतजार करते थे और उसके बाद सीट अलॉट कर देते थे.
यदि किसी ट्रेन में आरएसी और वेटिंग लिस्ट नहीं है और सीट खाली है तो ऐसे में जनरल टिकट के यात्री का टीटीई रसीद बनाकर उस पेपर को टैबलेट के ईएसटी आप्शन में फीड सीधे सर्वर में भेज देगा. उसके बाद जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री को सीट अलॉट हो जाएगी.
इस डिजिटल डिवाइस में यात्रियों का रिजर्वेशन चार्ट उपलब्ध रहेगा. मशीन केंद्रीय सर्वर से जुड़ी रहती है. स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही बुकिंग का विवरण अपडेट हो जाता है. इसके जरिए टीटीई सीट कंफर्मेशन, कैंसिलेशन, पेनाल्टी, अतिरिक्त किराया आदि का काम भी कर सकेंगे.
यह सुविधा संपर्कक्रांति, दुर्ग -अंबिकापुर, दुर्ग-अमरकंटक, गरीब रथ, रायपुर- सिंकदराबाद, हमसफर एक्सप्रेस जैसे गाड़ियों में शुरू कर दी गई है. जल्द ही अन्य ट्रेनों में यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी.