भिलाई। कायस्थ समाज दुर्ग द्वारा भाई दूज के अवसर पर चित्रगुप्त महाराज का पूजन कसारीडीह स्थित चित्रगुप्त मंदिर में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ. दीपावली एवं भाईदूज के अवसर पर कायस्थ सभा एवं महिला मंडल के संयुक्त तत्वाधान में भगवान श्री चित्रगुप्तजी की सामूहिक पूजा एवं आरती का आयोजन यज्ञानंद ब्रम्हचारी के मार्गदर्शन में किया गया. इस अवसर पर शहर के 200 से अधिक कायस्थ परिवार के सदस्य उपस्थित थे.
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव एवं उनकी पत्नी डाॅ. सरिता श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित थीं. मिलन समारोह को संबोधित करते हुए डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि अधिकांश कायस्थजन पढ़ाई लिखाई में निपुण होते हैं इसका उपयोग हमें कायस्थ समाज के उत्थान के साथ-साथ अपने प्रदेश एवं देश के विकास हेतु करना चाहिए. डाॅ. प्रशांत ने अपनी अमेरिका यात्रा से संबंधित कुछ प्रेरणादायी संस्मरण भी सुनाये. डाॅ. सरिता श्रीवास्तव ने कायस्थ समाज दुर्ग द्वारा जनहित में किये गये कार्यों की सराहना करते हुए उपस्थित महिला मंडल के सदस्यों से यह आग्रह किया कि महिलाओं को भी कायस्थ समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए. उन्होंने कत्थक नृत्य के एक घटक गंगा अवतरण की मनमोहक प्रस्तुति भी दी.
कार्यक्रम का आरंभ भगवान श्रीचित्रगुप्तजी के पूजन एवं आरती से हुआ. समाज के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया. स्वागत करने वालों में आरके श्रीवास्तव, रघुनंदन लाल श्रीवास्तव, राधेश्याम श्रीवास्तव, सुमीत श्रीवास्तव, प्रशांत श्रीवास्तव तथा महिला मंडल की समस्त सदस्य शामिल थी. इस अवसर पर कायस्थ समाज के युवक युवतियों द्वारा मनमोहक गीतों की प्रस्तुति भी दी गई. अतिथियों ने कायस्थ समाज के श्री श्रीवास्तव द्वारा लिखित पुस्तक “गुलदस्ता” का विमोचन भी किया. कायस्थ समाज द्वारा समाज के प्रसिद्ध प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया.