दुर्ग. भारती विश्वविद्यालय में जैवविविधता, जलवायु परिवर्तन और पोषण विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया. रिसोर्स पर्सन के रूप में आईक्यूएसी प्रकोष्ठ के निदेशक डाॅ. रामासामी राजेश कुमार ने अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि संतुलित पर्यावरण के लिए जैवविविधता आवश्यक है. ग्लोबल वार्मिंग के खतरों की चर्चा करने के साथ ही संतुलित पोषण पर भी अपने विचार रखे.
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुशील चन्द्राकर ने वर्तमान में स्वास्थ्य संबंधी समस्या और बिगड़ती जैवविविधता पर मार्गदर्शन किया. विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एच. के. पाठक ने स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी समस्याओं के निदान और सरकार द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला. कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार ने नवजात शिशुओं के बढ़ते हुए पोषण संबंधी बिमारियों और ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले गंभीर परिणामों पर अपने विचार व्यक्त किये.
इस वेबिनार की आयोजन सचिव सहायक प्राध्यापक सपना पाण्डेय थीं. इस आयोजन में डाॅ. प्रतिभा कुरूप, डाॅ. स्मृति खारा, डाॅ. रेणु वर्मा और राजलक्ष्मी का विशेष योगदान रहा. इस वेबिनार में भारती विश्वविद्यालय के अलावा अन्य विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने सहभागिता की.