दुर्ग। साइंस कॉलेज दुर्ग की एनएसएस एवं रेडक्रास सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में ओजोन दिवस मनाया गया, जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर एन सिंह द्वारा विद्यार्थियों को ओजोन परत के संरक्षण पर संबोधन कर शपथ ग्रहण कराया गया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपने कर्तव्यों का सही तरह से पालन करें जिससे पर्यावरण संबंधी समस्या देश और समाज से दूर हो सके।
इस अवसर पर उन्होंने विशेष रूप से अनावश्यक रूप से चल रहे रिफ्रेजरेटर, पंखे तथा कूलर इत्यादि को अपने घरों तथा महाविद्यालय में बंद रखने को कहा। इसका ओजोन एवं पर्यावरण पर बड़ा गहरा असर पड़ता है।
सभी उपस्थित विद्यार्थियों ने प्राचार्य के निर्देशानुसार महाविद्यालय में अनावश्यक रूप से चल रहे बिजली पंखे को बंद करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर इतिहास विभाग से डॉ ज्योति धारकर ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि पृथ्वी हमारा एकमात्र घर है और हम इसे नहीं बदल सकते। इसलिए इसको बचाने का काम हम सब का है।
अर्थशास्त्र विभाग से डॉ अंशु माला चंदनगर ने बताया कि हमें जीवन में अनावश्यक रूप से संसाधनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि डिमांड पर ही चीजों का उत्पादन निर्भर होता है। इससे पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है।
इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग से डॉ रचिता श्रीवास्तव तथा वनस्पति शास्त्र विभाग से डॉ श्रीराम कुंजाम ने ओजोन परत पर अपना विद्वत्तापूर्ण व्याख्यान देकर सम्बोधित किया।
रेडक्रास प्रभारी डॉ मोतीराम साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि हर पृथ्वीवासी का दायित्व है कि पर्यावरण समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दें, जिससे हमारी पृथ्वी और हम सब सुरक्षित रह सकंे।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्राध्यापक गण उपस्थित थे जिनमें भौतिक शास्त्र विभाग से डॉ. आर एस सिंह, क्रीड़ा अधिकारी लक्ष्मेंद्र कुलदीप, मुख्य लिपिक संजय यादव प्रमुख थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में पोस्टर निर्माण में एनएसएस स्वयं सेवक लोकदीप, रोहित, सौरभ सहित रेडक्रॉस से स्वयं सेवक हरप्रीत का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम का संचालन एनएसएस अधिकारी प्रो जनेंद्र कुमार दीवान ने किया।