भिलाई। एमजे कालेज जुनवानी रोड भिलाई में इको फ्रेंडली गणेश की प्रदर्शनी लगाई गई। इन मूर्तियों का निर्माण स्वयं एमजे ग्रुप के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपने हाथों से किया है। इसका प्रशिक्षण उन्होंने फाइन आर्ट्स के कलाकार राजेन्द्र सुनगारिया से प्राप्त किया। महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती श्रीलेखा विरुलकर ने बताया कि पार्वती ने अपने हाथों से शिवलिंग बनाकर तपस्या की थी और शिवजी को प्राप्त किया था। स्वयं भगवान श्रीराम ने भी अपने हाथों से शिवलिंग की स्थापना कर श्रीलंका पर विजय का वरदान प्राप्त किया था। इसलिए अपने हाथों से बनाई गई प्रतिमाओं का विशेष महत्व होता है। श्रीमती विरुलकर ने बताया कि यही नहीं इन प्रतिमाओं को शुद्ध मिट्टी से बनाया गया है तथा इसमें खतरनाक पेंट्स का उपयोग नहीं किया गया है। इन प्रतिमाओं का विसर्जन घर पर ही किसी बर्तन में किया जा सकता है और मिट्टी को वापस मिट्टी में डाला जा सकता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने कहा कि अपने हाथों से प्रतिमा बनाने से उसके साथ एक भावनात्मक जुड़ाव हो जाता है। साथ ही इससे गणपति की आराधना भी बड़ी हो जाती है। हम गणेश चतुर्थी के काफी पहले ही गणपति का निर्माण एवं साज सज्जा में जुट जाते हैं। उन्होंने इन सभी प्रतिमाओं की पूजा छात्र समुदाय से अपने अपने घर पर करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर प्राचार्य फार्मेसी कालेज डॉ टिकेश्वर वर्मा, एनएसएस प्रभारी डॉ जेपी कन्नौजे, शिक्षा विभाग की प्रभारी डॉ श्वेता भाटिया, अर्चना त्रिपाठी, शकुंतला जलकारे, नेहा महाजन, सरिता चौबे, ममता एस राहुल, मंजू साहू, परविन्दर कौर, उर्मिला यादव, वीके चौबे, चरनीत संधु सहित अनेक लोग उपस्थित थे।