शंकराचार्य तकनीकी कैम्पस में नवप्रवेशी विद्यार्थियों का ओरियेण्टेशन तथा इंडक्शन
भिलाई। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के नए पाठ्यक्रम व निर्देशानुसार श्री शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस, भिलाई में बीटेक प्रथम वर्ष के समस्त ब्रांचों के नव नामांकित छात्र-छात्राओं हेतु इंडक्शन प्रोग्राम 2019 का आयोजन किया गया। संस्था प्रमुख आई.पी.मिश्रा ने कहा, आज भारत सबसे युवा देश है और सबकी निगाहें हम पर हैं, युवा ही देश की शक्ति हैं। अपने कैरियर के साथ साथ राष्ट्रहित का भी ख्याल रखना होगा। आई. पी. मिश्रा ने कहा, समय-समय पर हमें अपने व्यक्तिगत लाभ एवं स्वार्थ से ऊपर उठ कर राष्ट्रहित, समाज की भलाई हेतु कुछ कर गुजरने की शपथ लेनी चाहिए और उन्होंने कहा की इन सब से परे हर एक छात्र को अपने माता-पिता, बड़े बुजुर्गों और अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिये, क्यूकी बिना उनके आशीर्वाद और सहयोग से सफलता मिलाना मुमकिन ही नहीं हैं। नए विद्याथिर्यों को प्रेरित करने के लिए विभिन्न सैक्टर्ज के टॉप अधिकारियों को भी आमंत्रित किया जाएगा ताकि इंटरऐक्शन के द्वारा नवप्रवेशी विद्याथिर्यों अपने नजरिए को बढ़ा सकें।
संस्था अध्यक्ष श्रीमती जया मिश्रा ने कहा कि सफलता का कोई शार्ट-कट नहीं होता उसके लिये कठिन मेहनत और लगन की जरुरत होती हैं, जीवन का पहला लक्ष्य हमेशा कठिन होता है, इसके बाद आपके समक्ष सफलता की लाइन लग जाएगी। उन्होंने कहा की संस्थान में जो पढ़ाया जाएगा उससे सफलता की शत-प्रतिशत उम्मीद की जा सकती है। छात्र सकारात्मक सोच रखकर तमाम समस्याओं से निजात पा सकते हैं। श्रीमती जया मिश्रा ने कहा कि स्टूडेंट्स को सफलता के लिए उन्हें पहले दिन से ही तैयार रहना चाहिए, हर स्टूडेंट को अपने जीवन में किसी से प्रेरणा जरूर लेनी चाहिए। उन्होंने समय के महत्तव को समझाते हुए बताया की अनमोल जीवन के चार प्रमुख स्तम्भ हैं कर्म, बुद्धि, भाग्य और भविष्य इसमें से भाग्य और भविष्य आपके वश में नहीं है लेकिन कर्म और बुद्धि के हिसाब से अपना प्लान बनायें और उस पर अमल करें। “यूँ ही नहीं गिरते ख्वाहिशों के फूल झोली में, कर्म की साख को हिलाना पड़ता है, उदास ना हो घर के अंधेरो से, अपने हिस्से का दिया खुद ही जलना पड़ता है “। इनसपायर थोड़े समय के लिये होता है, पर इन्स्पायार्ड लाइफ लॉन्ग होता है, अभिवावक अपने बच्चों को इन्स्पायार्ड करें।
श्री शंकराचार्य मेडिकल से आये प्रभारी ने छात्रों को कई हेल्थ टिप्स दिये और उन्हें योग, खेल-कूद और अन्य शारीरिक व्यायाम करने की सलाह देते हुए रक्तदान की महत्ता पर जोर दिया।
संस्थान के निदेशक डॉ. पी. बी. देशमुख ने विद्याथिर्यों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों को अपने लक्ष्य को निर्धारित कर इसकी प्राप्ति हेतु ईमानदारी से प्रयास करना चाहिये। युवाओं को अपनी जिम्मेदारी स्वयं लेनी चाहिए एवं समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वाह करने के लिए आगे आना चाहिए, उन्होंने अपने व्यख्यान में वीडियो कि माध्यम से छात्रों को उनके सम्बंधित विभाग की महत्ता और गुणवत्ता से अवगत कराया एवं वैल्यू आफ एजुकेशन में भी अपने विचार व्यक्त किये। साथ ही साथ उन्होंने बच्चों को यूनिवर्सिटी के सिस्टम, नीतियों सहित कैंपस लाइफ के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को पाठ्यक्रम की जानकारी के साथ-साथ आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम जैसे की हैकथॉन, आनलाइन कोडिंग, एन.एस.एस. की महत्ता से भी अवगत कराते हुए सभी को बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने कि लिये सलाह दी।
इसके अलावा संस्थान के निदेशक ने बताया कि छात्रों के जिज्ञासाओं का समाधान करने हेतु तथा इंजीनियरिंग कोर्स में आने वाले चुनौतियों के लिए इंडक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। ये प्रोग्राम छात्रों का संस्था में नए परिवेश से जुड़ने में सहायता प्रदान करेगा। छात्र, शिक्षकों से वार्तालाप कर अपने समस्त जिज्ञासाओं व समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही छात्रों हेतु शारीरिक व खेलकूद गतिविधियों, रचनात्मक कार्य, नैतिक शिक्षा, साहित्यिक क्रियाकलाप, शैक्षणिक भ्रमण व विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा।
श्री शंकराचार्य कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ चिन्मय चंद्राकर ने कहा की छात्र पूरे लगन और तत्परता से अध्यन करें और जिंदगी के मुकाम को हांसिल करें, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा की कोयल हमेसा अपनी भाषा बोलती है इसीलिये आजाद घूमती है, तोता हमेसा दूसरों की भाषा बोलती है इसीलिये पिंजरे में कैद रहता है। अच्छे कर्म और कठिन परिश्रम ही आपके हौसले बढ़ाते है और आप कामयाब होते हैं।
टी.पी.वो. इंचार्ज ने वतर्मान रोजगार और विभिन्न कंपनी कि बारे में जानकारी प्रदान की तथा नए स्टूडेंटस को गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया एवं छात्रों को प्लेसमेंट आदि की जानकारी दी।