गुस्ताखी माफ: हर हाथ में मोबाइल, हर वाहन में पैनिक बटन
छत्तीसगढ़ सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अब प्रत्येक यात्री वाहन में पैनिक बटन और जीपीएस लगाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को इस योजना…
गुस्ताखी माफ – नागलोक के बैगा-गुनिया बन गए मिसाल
नफरत कभी भी किसी समस्या का स्थायी हल नहीं हो सकता. हिंसा से हिंसा नहीं रोकी जा सकती. आंख के बदले आंख- बर्बरता और जहालत की निशानी है. ऐसे इलाज…
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा से क्यों नहीं पूछे जाने चाहिए ये सवाल
संबित पात्रा का जन्म एक इस्पात कर्मचारी परिवार में हुआ. उनके पिता बोकारो स्टील प्लांट में सेवारत थे. उन्होंने सरकारी मेडिकल कालेज से एमबीबीएस और एमएस किया अर्थात देश ने…
गुस्ताखी माफ : धान का धान और चावल का चावल
केन्द्र सरकार प्रति क्विटंल धान 67 किलो चावल की अपनी जिद पर अड़ी है. छत्तीसगढ़ में होने वाली धान से इतना चावल निकलता ही नहीं. प्रति क्विंटल अरवा जहां केवल…
डायरिया ने किया बेदम; पीने के पानी में मानव मल के अंश
अजीब विडम्बना है कि जिसे धोकर हाथ साबुन से धोया था वह पाइप-लाइन के जरिये वापस थाली तक पहुंच गया. कोटा सहित बिलासपुर की कई बस्तियों के पेयजल में मानव…
पैंतरेबाजी : “मोटा भाई” को बस्तर में घेरने की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी के विघ्नहर्ता मोटा-भाई को बस्तर में ही घेरने की तैयारी की जा रही है. भाजपा यहां से परिवर्तन यात्रा शुरू करने जा रही है. वैसे भाजपा का…
सायबर ठगी : जले पर नमक छिड़क गईं ये खूबसूरत बलाएं
भारत में ठगी का इतिहास दो सौ साल से भी ज्यादा पुराना है. ठग पहले लोगों के साथ घुलमिल जाते और फिर मौका देखकर उनकी हत्या कर उनका सबकुछ लूट…
रोना कलपना बंद कर दे लल्ला, वरना “मोटा भाई” आ जाएगा
राजनीतिक दलों में पार्टी का झंडा-डंडा उठाने वाले सिर्फ और सिर्फ कार्यकर्ता होते हैं. कार्यकर्ता कभी नेता नहीं होता. नेतृत्व के गुण स्वाभाविक होते हैं जिन्हें लोग लेकर पैदा होते…
पंचायतों का तालिबानी फैसला – हुक्का पानी बंद
बच्चों ने प्रेम विवाह कर लिया तो परिवार का हुक्का पानी बंद. किसी ने अंध-विश्वास और दकियानूसी परम्पराओं का विरोध किया तो उसका भी हुक्का पानी बंद. अकसर पंचायतें पहले…
आबकारी मंत्री ने बताया कैसे नाक से निकालते हैं धुआं
छत्तीसगढ़ में एक गजब के नेता हैं. आदिवासियों के बीच बेहद लोकप्रिय इस नेता का नाम है कवासी लखमा. पिछले कई वर्षों से वो छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री भी हैं.…
छत्तीसगढ़ में अप्रासंगिक होता शिक्षा का अधिकार
छत्तीसगढ़ में शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत आरक्षित 10598 सीटें खाली रह गईं हैं. इनमें 5395 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने लॉटरी में नाम आने के बाद भी एडमिशन नहीं…
पसमांदा होने का दर्द : जात भी गंवाई और भात भी नहीं खाया
सामाजिक शोषण और उत्पीड़न से बचने के लिए पंथ बदलने वाले अधिकांश लोगों पर यह कहावत लागू होती है – “जात भी गंवाई और भात भी नहीं मिला”. यह बात…