द्वापर के इस मंदिर का देवसंस्कृति के विद्यार्थियों ने किया भ्रमण
भिलाई। देवसंस्कृति कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों ने द्वापर युग में स्थापित बानबरद विष्णु मंदिर एवं पापमोचन कुण्ड का भ्रमण किया। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 16वीं-17वीं शताब्दी में…
डोंगरगढ़ : दो प्रेमियों को मिलाने यहां धरती पर उतरे भगवान
डोंगरगढ़। ईश्वर हमेशा प्रेमियों का साथ देते हैं। प्राचीन कामाख्या नगरी के दरबारी संगीतकार माधवानल और राजनर्तकी कामकंदला का मिलन कराने के लिए माता विमला यहां अवतरित हुईं थीं। उन्हें…
छत्तीसगढ़ की इस पहाड़ी पर मारा गया था भस्मासुर
कोरबा। छत्तीसगढ़ अंचल में अनेक किंवदंतियां प्रचलित हैं। इनमें अनेक असुरों के अंत की कथाएं हैं। इन्हीं में से एक कथा है भस्मासुर की। भस्मासुर ने जब अपने आराध्य शिवजी…
मर कर अमर हो गई बेवफा बैतल रानी, अब होती है पूजा
राजनांदगांव। यह कहानी एक ऐसी रानी की है जिसे एक चरवाहे से प्रेम हो गया था। राजा ने उसे उसके प्रेमी के साथ पकड़ लिया और तलवार से उसके तीन…
करकाभाट की कोख में दफ्न हैं 5000 प्राचीन कब्रें
दुर्ग। कभी दुर्ग जिले का हिस्सा रहे बालोद जिले के करकाभाट में 5000 साल से भी पुरानी कब्रों का इतिहास दफ्न हैं। कहते हैं-कभी यहां सिसकियां सुनी जाती थीं। विशेष…
2500 साल पहले तरीघाट में था व्यापारिक केंद्र, तराशे जाते थे मनके
भिलाई। जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर पाटन-अभनपुर मार्ग पर बसा है तरीघाट। यहां शिवनाथ नदी के किनारे 2500 साल पहले की बसाहट का इतिहास बिखरा पड़ा है। प्रमाण…
बेमेतरा के ग्राम रांका में मिली मां काली की प्राचीन प्रतिमा
बेमेतरा। जिले के बेरला विकासखण्ड के ग्राम रांका मे हॉल ही मे तालाब के पास मैदान मे खुदाई के दौरान निकली मां काली की मूर्ति को संरक्षित किया जायेगा। कलेक्टर…
विलक्षण : प्रवासी पक्षियों को नुकसान पहुंचाने पर ग्रामीण वसूलते हैं जुर्माना
भिलाई। छत्तीसगढ़ की संस्कृति प्राणि मात्र के प्रति करुणा जगाती है। उनका यह करूणा भाव प्रवासी पक्षियों के मामले में भी सामने आता है। गिधवा-परसदा पक्षी महोत्सव को मिला प्रतिसाद…
धमतरी जिले में रामायण काल के सात ऋषियों के आश्रम, पर्यटन स्थल बनेंगे
रायपुर। राम वनगमन पर्यटन परिपथ योजना के तहत जिन 16 स्थानों का विकास धमतरी जिले में किया जाना है, उनमें रामायण काल के सात ऋषियों के आश्रम शामिल हैं। इन…
नष्ट हो रहा आमदी गांव का इतिहास, उपेक्षित है इकलौती बावड़ी
इनटैक की टीम ने किया विरासत का अवलोकन भिलाई। आमदी नाम भिलाई नगर वासियों के लिए नया नहीं है। 1960 के दशक में जब भिलाई इस्पात संयंत्र के पहले अस्पताल…
भोरमदेव के ऐतिहासिक मंदिरों की भव्यता देख चकित हुए विद्यार्थी
भिलाई। एमजे कालेज के कम्प्यूटर साइंस संकाय के विद्यार्थियों ने कबीरधाम जिले का शैक्षणिक भ्रमण किया। महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर के दिशा निर्देश पर बनाई गई इस भ्रमण योजना के…
देवबलौदा में दफ्न है तिलस्मी गुफा और अधूरे मंदिर का राज
भिलाई। एमजे कालेज की निदेशक श्रीमती श्रीलेखा विरुलकर एवं प्राचार्य डॉ कुबेर सिंह गुुरुपंच की प्रेरणा से वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई ने शनिवार 17…