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सोशल मीडिया पर आई दुर्ग पुलिस

Jan 28, 2015

durg-police-fbभिलाई। दुर्ग-भिलाई पुलिस भी अब सोशल मीडिया पर आ गई है। पुलिस को यकीन है कि इस तरह से वह लोगों के और करीब जा सकेगी। लोगों तक सूचनाएं पहुंचा सकेगी तथा उनके फीडबैक भी ले सकेगी। इससे पुलिस-पब्लिक संबंध में सुधार होगा तथा इसका पुलिस के कामकाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। एक गरिमामय समारोह में राज्य शासन के केबिनेट मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने दुर्ग-भिलाई पुलिस के फेसबुक पेज का अनावरण किया। read moreअपनी आईडी में लॉग इन करने के बाद कोई भी फेसबुक यूजर दुर्ग पुलिस का पेज सर्च कर सकेगा। श्री पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र में स्वस्थ प्रशासन के लिए तीन पी का होना आवश्यक है। इसमें पुलिस, पॉलिटिशियन के साथ साथ पब्लिक का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की व्यापक पहुंच से आज हर कोई वाकिफ है। जब उन्होंने राजनीति शुरू की तब यह सब नहीं था। लोगों से मिलने के लिए, अपनी बात उन तक पहुंचाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी किन्तु आज सोशल मीडिया ने हालात में आमूलचूल परिवर्तन कर दिया है। अब इसके जरिए अपनी बात लोगों तक हूबहू पहुंचा सकते हैं। आप फेसबुक पेज बनाकर लोगों की प्रतिक्रियाएं ले सकते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे दुर्ग पुलिस के कामकाज में सकारात्मक प्रगति होगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को पब्लिक से जोडऩे का फार्मूला मिल गया है।
कार्यक्रम के सूत्रधार आईजी दुर्ग रेंज प्रदीप गुप्ता ने कहा कि सोशल मीडिया से उनका हल्का फुल्का परिचय एक कार्यशाला में हुआ था। इसके बाद उन्होंने इसके विकास पर नजर रखी। फिर एक अन्य कार्यशाला में उनका इसकी बारीकियों से परिचय हुआ। तभी उन्होंनेे इस जनता से संवाद बनाने के लिए उपयोग करना का फैसला कर लिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस अपने फेसबुक पेज पर जनता के लिए उपयोगी सभी सूचनाएं प्रदान करने का प्रयास करेगी। इसमें वीआईपी आगमन के दौरान होने वाले रूट डायवर्शन से लेकर दिवस विशेष की व्यवस्था की जानकारी दी जाएगी। साथ ही महत्वपूर्ण मामले में पुलिस अपनी प्रगति के उन हिस्सों को जनता के साथ साझा करेगी जिससे केस की प्रगति पर असर न हो। फेसबुक पेज से यह भी पता चलेगा कि लोग पुलिस और उसके कामकाज के बारे में क्या सोचते हैं। आईजीप्रदीप गुप्ता ने कहा कि पुलिस की यह छोटी-सी पहले आगे जाकर बड़ा रूप लेगी। इससे पुलिस और जनता दोनों आपस में भावनात्मक रूप से जुड़ेगी।
फेसबुक पेज के जरिए पब्लिक भी पुलिस के समक्ष अपनी अपेक्षाओं को रख सकेगा। पुलिस की ज्यादतियों या असंतोषजनक कामकाज के बारे में भी वह इसपर ध्यानकार्षण कर सकेगी। वीआईपी विजिट और इस अवसर पर होने वाले रूट डायवर्शन की जानकारी मिल जाएगी। धोखाधड़ी के मामलों की जानकारी मिलेगी जिससे वे सावधान रह सकेंगे। वह पुलिस से जनहित के मुद्दों पर सवाल भी कर सकेगी। इस अवसर पर जिले के पुलिस कप्तान डीआईजी आनंद छाबड़ा, कलेक्टर आर शंगीता, वरिष्ठ पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा सहित गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

इन सूचनाओं के लिए नहीं है फेसबुक
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह आपात स्थिति में फेसबुक पेज को सूचना के लिए यूज नहीं करें। कहीं सड़क हादसा हो गया हो या किसी संदिग्ध की सूचना देनी हो इसके लिए अब भी डायल 100 सेवा का ही उपयोग करें ताकि पुलिस त्वरित गति से हरकत में आ सके। इसके अलावा किसी केस के संबंध में पुलिस की मदद करनी हो तो भी फेसबुक की बजाय सीधे जांच अधिकारी या उच्च अधिकारी से सम्पर्क करें।

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