भिलाई। शहर के सबसे पुराने और बड़े बाजार जवाहर मार्केट में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों का बीती शाम आईजी जीपी सिंह एवं एसएसपी डॉ संजीव शुक्ला ने उद्घाटन किया। साथ ही यह आश्वासन भी दिया है कि बाजार के बीच से जुलूसों के निकलने पर प्रतिबंध लगाने के लिए यहां धारा 144 लगाई जा सकती है। कैमरों का अवलोकन एवं उद्घाटन करने के बाद आईजी ने कहा, लंदन में सड़कों पर पुलिस नजर नहीं आती। निगरानी का काम वहां कैमरों के जिम्मे है जिसपर पुलिस कंट्रोल रूम से ही नजर रखती है। थाने भी शाम 5 बजे बंद हो जाते हैं। जबकि हमारे यहां थाने 24 घंटे खुले रहते हैं। उन्होंने कैमरों की क्वालिटी की भी तारीफ करते हुए कहा कि आज जमाना डाटा एनालिसिस और मैनेजमेंट का है। जिले के एसएसपी डॉ शुक्ला इस अंचल से भली भांति परिचित हैं और इस समय पुलिस की टीम भी अच्छी है। मेलजोल के साथ काम करने पर बेहतर नतीजे आएंगे।आईजी श्री सिंह ने कहा कि पुलिस के साथ व्यापारियों की यह गोष्ठी प्रशंसनीय है। प्रत्येक माह में इस तरह की एक बैठक की जा सकती है। इसे टीआई या सीएसपी स्तर पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पुलिस के प्रति लोगों की धारणा बदलेगी। जो लोग पुलिस के काम को करीब से जानते हैं वो हमारी चुनौतियों से भी वाकिफ हैं। पर चुनौतियों के बीच ही काम करने का मजा है।
सिटीजन कॉप ऐप का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसे सभी लोगों को अपने मोबाइल पर रखना चाहिए। गुण्डा बदमाश, वसूली, संदिग्ध व्यक्ति की तत्काल पुलिस को सूचना दें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। सिटिजन कॉप से केन्द्र के 106, राज्य के 56 विभाग जुड़े हैं और 27 राज्य इसे साझा करते हैं। इसे डिजिटल इंडिया अवार्ड भी मिल चुका है। आप चाहें तो थाने में या उच्चाधिकारियों को फोन भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कम्युनिटी पुलिसिंग पर जोर दे रही हैं। हम जनता के बीच जा रहे हैं और सुरक्षा की कवायद में उन्हें शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं। रक्षा टीम इसका एक अच्छा उदाहरण है। ज्वेलर्स से उन्होंने अपील की कि वे अपे कर्मचारियों को सुरक्षा की ट्रेनिंग दें।
व्यापारियों की सात सूत्रीय मांगों का उल्लेख करते हुए उन्होंने पांच मांगों को तत्काल स्वीकार कर लिया। बाजार से होकर गुजरने वाली रैलियों, जुलूसों तथा बारातों पर अंकुश लगाने पर उन्होंने कहा कि कलेक्टर से चर्चा कर यहां धारा 144 लगाने का प्रबंध किया जाएगा। रायपुर के कई बाजारों में ऐसा किया गया है और यहां भी किया जा सकता है। जवाहर मार्केट के प्रवेश द्वार पर लगने वाले ठेलों को हटाने के विषय में उन्होंने कहा कि हम किसी की रोजी रोटी छीनने के पक्ष में नहीं हैं। पर इन्हें व्यवस्थित करने का प्रयास किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी उन्होंने सीएसपी अजीत यादव, सुरेन्द्र उइके और भोजराज पटेल को सौंपी।
एसएसपी डॉ शुक्ला ने जवाहर मार्केट से अपने पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि सन् 1993 से 2008 तक वे प्रतिवर्ष यहां स्थापित होने वाले कैम्प का राजा गणेशोत्सव में शामिल होते रहे हैं। फिर तबादलों के कारण यह सिलसिला टूट गया। उन्होंने कहा कि वे राज्य के चाहे जिस कोने में रहे हों, उनके दफ्तर के पर्दे जवाहर मार्केट के जगदम्बा फर्निशिंग से ही जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी सब्जी मण्डी यहीं है। यहां फल रायपुर से काफी सस्ते हैं। जवाहर मार्केट की विश्वसनीयता आज भी कायम है। यहां ग्रामीण, कस्बाई और शहरी ग्राहक सभी का आना जाना है। कुछ ही बड़े लोग हैं जो मॉल जाते हैं। व्यापारियों की मांग पर उन्होंने कहा कि यह हमारी ड्यूटी है। सरकार इसी बात की हमें प्रत्येक एक तारीख को पगार देती है। उन्होंने कहा कि आईजी श्री सिंह के नेतृत्व में पुलिस की मजबूत टीम है जो अपना काम पूरी मुस्तैदी से कर रही है।
सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि केस का गवाह मुकर सकता है पर कैमरे के फुटेज 15 साल बाद भी सिर्फ और सिर्फ सच बोलता है। इससे अपराधी के बचने की गुंजाइश नहीं रह जाती। उन्होंने कहा कि विकसित देश यूरोप में लगभग सारा काम ही कैमरों के जिम्मे है। वहां के चप्पे चप्पे की निगरानी कैमरे करते हैं। अपने रायपुर कार्यकाल की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां 18 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा संदिग्ध कम से कम 50 कैमरों में तो कैद हो ही जाता है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जवाहर मार्केट व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुरमीत सिंह वाधवा ने 7 सूत्रीय मांगपत्र पेश किया। इसमें पिछले पांच साल के दौरान हुई चोरियों का खुलासा नहीं होने, जवाहर मार्केट के बीच से गुजरने वाली रैलियों, जुलूसों से होने वाली परेशानी, मार्केट के मुहाने पर लगने वाले फल आदि के ठेलों से होने वाली परेशानी, राइफलधारी आरक्षकों की तैनाती, अवैध ठेलों को हटाने, सर्विस रोड को कबाड़ से मुक्त करने तथा सब्जी मार्केट की गाडिय़ों के मुख्य मार्केट में घुस आने की शिकायत की गई है।
इस अवसर पर संरक्षकगण अर्जुन दास पोपटानी, पुरुषोत्तम टावरी, मांगीलाल सोनी एवं ओमप्रकाश वर्मा, महासचिव मनोज जैन, संजय टावरी, नरेश छाबड़ा, कोषाध्यक्ष राजाराम जाधव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष परवेज अशरफ, उपाध्यक्ष अमर शिवानी, रतन अग्रवाल, लिंक रोड व्यापारी संघ के पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
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सड़कों पर दौड़ेंगी डॉयल 122 की 45 गाडिय़ां
आईजी श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का विजन है कि राज्य में पुलिस एकदम चुस्त दुरुस्त हो। इसके लिए 45 गाडिय़ां 24 घंटे सड़कों पर होंगी। इसे डायल 112 नाम दिया गया है। एक फोन पर इनमें से कोई भी गाड़ी तत्काल मदद के लिए पहुंच जाएगी।