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4 सड़कों के 64 प्लाटों का ड्रेनेज अटका, दलदल में धंस रहे घर, गिर रही दीवारें

Apr 2, 2018

भिलाई। मॉडल टाउन वार्ड-2 की 4 सड़कों के 64 प्लाटों की निकासी अवरुद्ध हो गई है। इन सड़कों की प्राकृतिक ढलान उत्तर की ओर है जिधर से होकर बड़ा नाला जाता है। पर उधर पानी जाने का रास्ता बंद हो चुका है। मजबूर निगम अब यहां के निस्तारी जल को दक्षिण की ओर उलटा बहाने की कोशिश कर रहा है। मॉडल टाउन की सड़क 1 से 4 तक के उत्तरी तरफ के टुकड़े की निकासी अवरुद्ध है। घरों से निकलने वाला पानी सड़क से होकर उत्तर दिशा की ओर बहता है और आगे रास्ता नहीं मिलने के कारण वहां जमा हो जाता है। अंतिम छोर के मकानों के आगे पीछे गंदे पानी के पोखर बन चुके हैं। साल भर पानी जमा रहने कारण ये हिस्से दलदली हो गये हैं और दीवारें धंसने लगी हैं। कई बाउण्ड्री वाल इसके कारण गिर चुके हैं। ढलान उत्तर की ओर, निगम दक्षिण बहाने की कोशिश कर रहा पानी

भिलाई। मॉडल टाउन वार्ड-2 की 4 सड़कों के 64 प्लाटों की निकासी अवरुद्ध हो गई है। इन सड़कों की प्राकृतिक ढलान उत्तर की ओर है जिधर से होकर बड़ा नाला जाता है। पर उधर पानी जाने का रास्ता बंद हो चुका है। मजबूर निगम अब यहां के निस्तारी जल को दक्षिण की ओर उलटा बहाने की कोशिश कर रहा है। मॉडल टाउन की सड़क 1 से 4 तक के उत्तरी तरफ के टुकड़े की निकासी अवरुद्ध है। घरों से निकलने वाला पानी सड़क से होकर उत्तर दिशा की ओर बहता है और आगे रास्ता नहीं मिलने के कारण वहां जमा हो जाता है। अंतिम छोर के मकानों के आगे पीछे गंदे पानी के पोखर बन चुके हैं। साल भर पानी जमा रहने कारण ये हिस्से दलदली हो गये हैं और दीवारें धंसने लगी हैं। कई बाउण्ड्री वाल इसके कारण गिर चुके हैं। drain3 भिलाई। मॉडल टाउन वार्ड-2 की 4 सड़कों के 64 प्लाटों की निकासी अवरुद्ध हो गई है। इन सड़कों की प्राकृतिक ढलान उत्तर की ओर है जिधर से होकर बड़ा नाला जाता है। पर उधर पानी जाने का रास्ता बंद हो चुका है। मजबूर निगम अब यहां के निस्तारी जल को दक्षिण की ओर उलटा बहाने की कोशिश कर रहा है। मॉडल टाउन की सड़क 1 से 4 तक के उत्तरी तरफ के टुकड़े की निकासी अवरुद्ध है। घरों से निकलने वाला पानी सड़क से होकर उत्तर दिशा की ओर बहता है और आगे रास्ता नहीं मिलने के कारण वहां जमा हो जाता है। अंतिम छोर के मकानों के आगे पीछे गंदे पानी के पोखर बन चुके हैं। साल भर पानी जमा रहने कारण ये हिस्से दलदली हो गये हैं और दीवारें धंसने लगी हैं। कई बाउण्ड्री वाल इसके कारण गिर चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव महेश जायसवाल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष प्रभाकर जनबंधु, दिनेश गुप्ता, कृष्णा देवांगन ने इस क्षेत्र का दौरा किया। मोहल्ले के राजेश व्यास, वीरमणि महानंद, पाण्डुरंग बिजवे, डॉ एसबी साहू, गणेश तहेकर, विकास मिश्रा, नितिन शर्मा, अमर सिंग यादव, संजय समर्थ, कमल प्रसाद सिल्हारे, आशीष नंदी, प्रभुलाल भोंदले, किशोर भोंदले, सुनील धावड़े, जत्तू वर्मा ने उन्हें चारों सड़कों के छोर पर जमे गंदे पानी को दिखाते हुए अपनी समस्या बताई।
मोहल्लावासियों ने बताया कि पिछले कई सालों से वे इस मुसीबत को झेल रहे हैं। पिछले साल जब निगम ने यहां नालियां बनाई तब भी उन्होंने इस समस्या को उठाया था। निगम के इंजीनियरों ने भी समस्या देखी पर किया कुछ नहीं। कुछ दिन पहले विधायक विद्यारतन भसीन ने जनसम्पर्क यात्रा के दौरान इस समस्या को देखा पर वे भी खामोश ही रहे।
2011 से जारी है लड़ाई
वार्ड के पूर्व पार्षद हरिओम तिवारी ने बताया कि निकासी की इस समस्या का पूर्वाभास उन्हें 2011 में ही हो गया था। निगम ने बिना सोचे ढलान की तरफ की जमीन एक व्यक्ति के नाम रजिस्ट्री कर नक्शा पास कर दिया। आपत्तियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब निगम अपनी गलती छिपाने के लिए उलटी दिशा में नालियां बना रहा है। यह जनता के पैसों का अपव्यय है। निगम इन चारों सड़कों को निस्तारी जल के निकासी की व्यवस्था बनाकर देने के लिए बाध्य है।
पिछले साल भी दिया आवेदन
मोहल्ले के निवासियों ने 13 मई, 2017 को भी निगम को पत्र लिखकर मकानों के पीछे पांच फीट चौड़ी कच्ची नाली को पक्का करने की मांग की थी। निगम ने आज तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं की। पुन: 28 मार्च को मोहल्लावासियों ने नगर निगम को आवेदन देकर निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है।
स्वस्छता अभियान को ठेंगा
मकानों के पीछे गंदे पानी के पोखर स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। यहां पानी सड़ रहा है और मच्छरों का हुजूम पल रहा है। शाम होते ही यहां से निकलकर मच्छर मकानों पर धावा बोल देते हैं। खुली हवा में बैठना तक मुश्किल हो गया है। इससे जनस्वास्थ्य भी खतरे में है।

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