भिलाई। गणेश पूजा व दुर्गा पूजा के पंडालों का निर्माण करने वाले टेंट व डेकोरेशन संचालकों को उनका पूरा पैसा नहीं मिल रहा है। पूजा पूरी होने के बाद पूजा समितियां पूरा किराया नहीं देती जिससे टेंट संचालकों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ता है। इस विसंगति को दूर करने टेंट व लाइट डेकोरेशन एसोसिएशन भिलाई ने बैठक इस बार ऐसी समितियों से किनारा करने का निर्णय लिया है। टेंट व लाइट डेकोरेशन एसोसिएशन भिलाई की बैठक में इस बात पर सहमति बनी की इस बार गणेश पूजा व दुर्गा पूजा में पंडाल व डेकोरेशन के लिए एसोशिएशन की एनओसी अनिवार्य होगी। किसी भी समिति को यदि काम करना है कि एसोशिएशन की एनओसी लेना होगा। उक्त समिति के संबंध में एसोशिएशन का एक भी सदस्य यदि यह कहता है कि उसका पुराना बकाया है तो समिति को पहले उस सदस्य का पूराना बकाया चुकाना होगा इसके बाद ही उस समिति का काम किया जाएगा। इसके लिए भी समिति के साथ टेंट व डेकोरेशन संचालक द्वारा एक एग्रीमेंट किया जाएगा जिसमें लेन देन को लेकर सारी बातें स्पष्ट रहेंगी। यानि समिति वाले पूरा पेमेंट नहीं करते तो टेंट संचालक के पास कानूनी कारर्वाई करने का अधिकार होगा।
लाखों रुपए बकाया
इस संबंध में एसोशिएशन के प्रचार मंत्री अरुण जेना ने बताया कि गणेश पूजा व दुर्गा पूजा पंडालों द्वारा पिछले साल कराए गए कार्यों का लाखों रुपए बकाया है। समिति वाले बाहरी कलाकारों को बुलाते हैं जो रुपए लेकर भाग जाते हैं और उसके बाद स्थानीय डेकोरेटर्स से काम कराते हैं। काम पूरा होने के बाद पूरा पेमेंट करने के नाम पर टेंट संचालकों को चक्कर कटवाया जाता है। भिलाई के सैकड़ों टेंट हाउस संचालकों को इस तरह से लाखों रुपए बकाया है। इस वजह से एसोशिएशन ने कड़े निर्णय लिए हैं। एसोशिएशन की बैठक में अध्यक्ष राजीव जैन, उपाध्यक्ष शरीफ खान, महासचिव गजेन्द्र जनजाडकर, कोषाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, संदीप डोंगरे सहित बड़ी संख्या में टेंंट व डेकोरेशन संचालक उपस्थित रहे।