भिलाई। सेन्ट थामस मिशन द्वारा वर्ष 1998 से संचालित क्रिश्चियन कालेज आॅफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेन्ट थामस मिशन के उपाध्यक्ष फादर गी. वर्गीस रम्बॉन, कार्यकारी उपाध्यक्ष फादर जोस के. वर्गीस, प्राचाार्या डॉ. दिपाली सोरेन एवं प्रथम वर्ष प्रभारी एवं भौतिकी विभाग के प्राध्यापक डा अनिल चौबे, सभी विभागों के अध्यक्ष के साथ-साथ सभी शिक्षकगण, नवीन विद्यार्थी पालकोें के साथ उपस्थित थे। प्राचार्या डॉ. दिपाली सोरेन ने ओरिएन्टेशन प्रोग्राम में उपस्थित मान्यगणों, विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का अभिवादन किया एवं महाविद्यालय में संचालित होने वाले विभिन्न विभागो के विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत रूप से वर्णन किया। डॉ. सोरेन ने नवप्रवेशियों से अपने ब्रांच के विषयों का अध्ययन पूर्ण लगन के साथ करने को कहा, जिससे निश्चय ही सफलता उनके कदम चूमेंगी। डॉ. सोरेन ने महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्रों के द्वारा अर्जित की गयी सफलताओं का जिक्र करते हुए देश-विदेश में छत्तीसगढ एवं भिलाई शहर का नाम रौशन करने वाले छात्रों को याद किया जो नवप्रवेशी छात्रों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं एवं तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता की महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि महाविद्यालय में आईआईटी मुम्बई के द्वारा स्पोकन ट्यूटोरियल रिर्सोस सेन्टर एवं आईआईटी खडगपुर के द्वारा एनपीटीएल लोकल चैप्टर रिर्सोस सेन्टर भी बनाया गया है।
आगे कार्यक्रम में सेन्ट थामस मिशन के उपाध्यक्ष फादर गी. वर्गीस रम्बॉन ने उपस्थित लोगों को शिक्षा के क्षेत्र आगे बढने के लिए अनेक उदाहरण देते हुए भविष्य में कठिन परिश्रम करने की बात कही। उन्होंने विद्याथिर्यों से कहा कि आज के प्रतियोगी युग में बेहतर प्लानिंग के साथ सच्चे लगन से मेहनत करें तो सफलता निष्चिय ही प्राप्त होगी। उन्होंने स्वरोजगार, उद्यमिता एवं तकनीकी कौशल में निपुणता को आज के समय की आवष्यकता बताया।
कार्यकारी उपाध्यक्ष फादर जोस के. वर्गीस ने भावी इंजीनियरों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने जीवन में लक्ष्यप्राप्ति के लिए दृणनिष्चय, आत्म विश्वास एवं कठिन परिश्रम तीनों बातों को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे इस महाविद्यालय के सभी सुविधाओं का लाभ उठाते हुए अपनी एवं देश के विकास में भागीदार बने। उन्होने सभी अभिभावकों से भी अनुरोध किया कि वे सब मैनेजमेंट से संपर्क में रहें एवं महाविद्यालय से अपने बच्चों की निरंतर जानकारी लेते रहें।