दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग के राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से संयुक्तराष्ट्र पर आधारित अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. दिलीप मौर्य जी ने संयुक्तराष्ट्र से संबंधित व्याख्यान दिया। डॉ. मौर्य ने संयुक्त राष्ट्र के निर्माण उद्देश्यों एवं उसके विभिन्न अंगों पर अपने विचार रखते हुए कहा कि वतर्मान समय में संयुक्तराष्ट्र की प्रासंगिकता महत्वपूर्ण है। उन्होनें विश्लेषण करते हुये बताया कि भारत संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख सदस्य उस समय था जब देश आजाद भी नहीं हुआ था। आज भारत विश्व राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। संयुक्त राष्ट्र के सभी अंगों में भारत को प्रमुख दर्जा मिला हुआ है ऐसे में सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य हेतु भारत की दावेदरी प्रबलता से उठ रही है। डॉ. मौर्य ने भारत एवं विश्व के अन्य देशों के बीच विदेश संबंधों पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि भारत और संयुक्तराष्ट्र संघ के विषय पर अध्ययन छात्राओं के लिये आवश्यक और ज्ञानवर्धक भी है।
कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग डॉ. सुचित्रा खोब्रागढ़े ने किया एवं श्रीमती भावना दिवाकर ने आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. डी.सी. अग्रवाल, डॉ. अनिल जैन, डॉ. अम्बरीश त्रिपाठी एवं छात्रायें उपस्थित थी।