भिलाई। रूंगटा कॉलेज आॅफ डेन्टल साइंस एण्ड रिसर्च के आॅर्थोडोन्टिक्स डिपार्टमेंट की छात्राओं को इन्दौर में आयोजित कान्फ्रेंस में नेशनल अवार्ड मिला है। इस नेशनल काँफ्रेंस में रूंगटा डेटल कॉलेज द्वारा वरीयता क्रम में तीन शीर्षस्थ प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त कर न केवल रूंगटा कॉलेज बल्कि छत्तीसगढ़ प्रदेश का भी गौरवान्वित किया है। ज्ञात हो कि इन्दौर मे हो रही इस कान्फ्रेंस में पूरे देश के डेन्टल कॉलेजेस के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा अपने शोध प्ऱत्र प्रस्तुत किये। प्रथम पुरस्कार पाने वाली छात्रा डॉ. सुरभी अग्रवाल ने अपने शोध पोस्टर में इन्टर-डिसीप्लीनरी तकनीक से दाँतों में तारों के माध्यम से डेन्टल इम्पलांट के लिये उपयुक्त जगह बनाने की नई तकनीक के उपयोग के बारे में बतलाया तथा यह भी सिद्ध किया कि आने वाले समय में कई ऐसे मरीज जो कि जबड़े में दोनों दाँतों के बीच कम जगह कि वजह से इम्पलाँट नहीं करवा पाते वे इस तकनीक से लाभान्वित होंगे। द्वितीय पुरस्कार पाने वाली छात्रा डॉ रिद्धी गोलछा ने अपने शोध में माइक्रा-आस्टियो-परफोरेशन्स के बारे में व्याख्यान किया तथा यह बताया कि जहाँ पुरानी तकनीक से टेढ़े-मेढ़े दाँतों को सीधा करने में 18 महीनो का समय लग जाता है वहीं इस नई तकनीक से परिणाम 12 महीनों मे मिल जाऐंगे तथा लागत भी कम आएगी। तृतीय स्थान पर रही निधी अग्रवाल ने अपने शोध में बताया कि कैसे पायरिया में पीड़ित व्यक्ति का आर्थोडोन्टीक ट्रीटमेन्ट किया जा सकता है। संस्था के चेयरमैन संजय रूँगटा ने आर्थो डिपाटर्मेन्ट की तीनो छात्राओं का उनकी उपलब्धी के लिये बधाईयाँ एवं शुभकामनाएं दी। संस्था के डीन डाँ. प्रदीप तवाने ने इन छात्राओं को बधाई देते हुए सभी छात्र-छात्राओं को इसी प्रकार प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित किया।