केपीएस कुटेलाभाठा के वार्षिकोत्सव ‘इंद्रधनुष’ में बोले कॉमर्स गुरू
भिलाई। जीवन में आने वाली चुनौतियों का धैर्य एवं साहस के साथ सामना करने वाले की हमेशा विजय होती है। अयोध्या के राम को भी उनके जीवन के संघर्षों ने ही जन-जन का श्रीराम बना दिया। हमें भी जीवन में आने वाली सभी चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना चाहिए। उक्त बातें कॉमर्स गुरू डॉ संतोष राय ने आज केपीएस कुटेलाभाठा के वार्षिकोत्सव ‘इंद्रधनुष’ में मुख्य अतिथि की आसंदी से कहीं। कार्यक्रम का आयोजन केपीएस नेहरू नगर के नटराज प्रेक्षागृह में किया गया था। केपीएस को एक ब्राण्ड बताते हुए उन्होंने कहा कि मदन मोहन त्रिपाठी ने नौकरी करते हुए एक सपना देखा था। इस सपने को साकार करने के लिए वे निरंतर उसपर काम करते रहे और आज केपीएस के बैनर तले छोटे बड़े 32 स्कूल और एक इंजीनियरिंग कालेज है। जब भी छत्तीसगढ़ में शिक्षा का इतिहास लिखा जाएगा, इस समूह का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
इससे पूर्व उत्सव को संबोधित करते हुए केपीएस ग्रुप के चेयरमैन मदन मोहन त्रिपाठी ने कहा कि इतने बड़े समूह में भी उन्हें सबसे ज्यादा सुकून केपीएस कुटेलाभाठा में मिलता है। वहां के बच्चों से वह आत्मीयता मिलती है कि मन खिल उठता है। यह केपीएस नेहरू नगर का बड़प्पन है कि वह प्रतिमाह कुटेलाभाठा स्कूल का आर्थिक सहयोग करता है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि हममें से अधिकांश लोगों के जीवन में दिन भी है और रातें भी, पर शाम कहीं विलुप्त हो गई है। आज इन बच्चों ने हमारी शामें लौटा दी हैं। उन्होंने बताया कि जब वे कुटेलाभाठा स्कूल पहुंचते हैं तो सभी बच्चे दौड़ कर उनके पास पहुंच जाते हैं। आशीर्वाद लेते हैं, साथ खाने की जिद करते हैं। इससे मन आल्हादित हो जाता है और ऊर्जा से भर जाता है।
आरंभ में केपीएस कुटेलाभाठा की प्राचार्य मृदु लखोटिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। हेड बाय, हेड गर्ल सहित चार बच्चों ने संयुक्त रूप से शाला प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रतिवेदन को कंठस्थ कर लिया था। उनके इस प्रयास की सभी ने करतल ध्वनि से सराहना की।
इस अवसर पर केपीएस समूह के वाइस चेयरमैन आनन्द त्रिपाठी, आशुतोष त्रिपाठी, सविता त्रिपाठी एवं अन्य शालाओं के प्राचार्य सहित केपीएस परिवार के सदस्य, केपीएस कुटेलाभाठा के विद्यार्थी तथा उनके पालक-परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।