शासकीय महा. भिलाई 3 की रा.से.यो. बालिका इकाई शिविर में कुलपति डॉ अरुणा का उद्बोधन
भिलाई-3। डॉ खूबचंद बघेल शास.महा. भिलाई के राष्ट्रीय सेवा योजना की बालिका ईकाई का सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन डॉ अरूणा पल्टा कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कुलपति डॉ अरुणा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिये प्लास्टिक के उपयोग के विरूद्ध जो प्रशिक्षण ले रही है वह वे जारी रखे उनके द्वारा बनाई गई फाइल और थैले विश्वविद्यालय में होने वाले सेमिनार एवं अन्य महाविद्यालयों में होने वाले सेमीनारों में उपयोग करने के लिये वे अनुशंसा करेंगी। प्रकार के प्रशिक्षण से छात्राओं को आर्थिक स्वालंबन भी प्राप्त हो सकता है। यह शिविर 1 से 7 फरवरी तक ग्राम उमदा के ओशो उपवन में लगया गया था। शिविर में महाविद्यालय की 50 छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम अधिकारी डॉ अल्पना देशपांडे ने शिविर का संचालन किया। शिविर के माध्यम से स्वयं सेवकों को समाज सेवा, पर्यावरण, स्वच्छता, व्यक्तित्व विकास एवं जीवन उपयोगी कार्यक्रमों से जोड़ा गया।
स्वच्छता अभियान के तहत छात्राओं ने ग्राम उमदा एवं ओशो उपवन में स्वच्छता का कार्य किया। पर्यावरण प्रदूषण के संबंध में स्वच्छता के महत्व को जाना एवं पर्यावरण की रक्षा करने के लिये प्लास्टिक एवं पॉलीथीन के प्रयोग को समाप्त करने हेतु जबलपुर से विशेष रूप से पधारे आर के नायडू से जानकारी प्राप्त की तथा उनके द्वारा अनुपयोगी कपड़ो से थैला एवं गत्ते और कपडेÞ के प्रयोग से फाइल बनाना सिखाया।
डॉ के के अग्रवाल प्राध्यापक ने छात्राओं को राष्ट्रीय सेवा योजना के गीत एवं उद्देश्यों से अवगत कराया। इस शिविर में शास. महा. खुर्सीपार की रा.से.यो. अधिकारी डॉ अल्का शुक्ला एवं ओशो उपवन के सन्यासी भी उपस्थित थे।
रायपुर के ग्रीन आर्मी के अमिताभ दुबे, आशीष शर्मा, किशोर बरडिया, सुखदेव सिंग एवं श्रीमती सुनीता चंचोरिया कार्यक्रम अधिकारी दुर्गा महाविद्यालय को भी आमंत्रित किया गया था जिन्होंने पर्यावरण, नो प्लास्टिक, जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
शिविरार्थियों को ओशो उपवन की संचालक मां वेदवती साहू एवं ओशो आश्रम के अन्य संन्यासियों ने भी प्रतिदिन सुबह एवं शाम को ध्यान करने की विधि से अवगत कराया एवं ध्यान का जीवन में महत्व से अवगत कराया। शिवियार्थियों द्वारा बनाये गये हस्तकला की समाग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
दुर्ग विश्वविद्यालय के रा.से.यो के समन्वयक डॉ आर पी अग्रवाल ने शिविरार्थियों को संबोधित करते हुये कहा की डॉ खूबचंद बघेल शाास.महा. भिलाई 3 राष्ट्रीय सेवा योजना दुर्ग विश्वविद्यालय के एक अग्रणी इकाई है। इस इकाई के कार्यक्रम अधिकारी के कारण दुर्ग वि.वि. के रा.से.यो. अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। इस इकाई के छात्राएं आरडीसी कैम्प दिल्ली एवं अन्य महत्वपूर्ण राष्ट्रीय शिविरों में चयनित होकर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधत्व कर रही है। गत वर्ष इस ईकाई की कुमारी पिंकी रिजोरियो ने गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली में भाग लिया था।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अमृता कस्तुरे ने शिविरार्थी छात्राओं के कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि जिस तरह उन्होने शिविर में स्वच्छता, पर्यावरण एवं समाज सेवा का कार्य किया है उसी प्रकार वे अपने घर एवं गांव में समाज सेवा से जुडे जिससे समाज को लाभ होगा।
कार्यक्रम के अंत में कुलपति ने शिविर में सहयोग देने वाले आर के नायडू, सुनीता चंचोरिया के साथ ही प्रशंसनीय कार्य करने वाली छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। शिविर नायक हर्षा वर्मा ने समस्त अतिथियों एवं सहयोगिया का आभार व्यक्त किया। हर्षा वर्मा को श्रेष्ठ शिविरार्थी का पुरस्कार प्रदान किया गया।