राजनैतिक हालातों पर जमकर बोले प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार
भिलाई। पश्चिम के पास अब कुछ नहीं बचा। जनता बूढ़ी हो रही है, पैसे भी खत्म हो रहे हैं। तकनीकी क्षेत्र में भी उनका वर्चस्व समाप्त हो रहा है। बस यही बाकी रह गया है कि वे स्वयं इसे स्वीकार करें। दूसरी तरफ भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है। भारत आज शिक्षित, उच्च शिक्षित संभावनाशील युवाओं का देश है जो किसी भी चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसके साथ ही भारत आर्थिक एवं सामरिक क्षेत्र में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। आगे अवसर ही अवसर हैं, आप तैयार रहें। यह बातें प्रधानमंत्री के सलाहकार एवं पूर्व राजदूत दीपक वोहरा ने आज संतोष रूंगटा समूह द्वारा आयोजित टेड-एक्स आरसीईटी सीजन-2 को संबोधित करते हुए कहीं। टेड-एक्स आरसीईटी सीजन-2 का थीम था ‘वारियर विदिन’ (भीतर का योद्धा)। वोहरा ने युवाओं से कहा कि वे अपने करियर के प्रति ईमानदार होने के साथ साथ स्वयं, अपने परिवार एवं अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सिक्किम की एक मां ने उन्हें वह जवाब दिया था, जिसका प्रश्न बचपन से उनके मन में उमड़-घुमड़ रहा था। वे बार्डर रोड आर्गनाइजेशन के एक शहीद का शव उसके घर सिक्किम पहुंचाने गए थे। शहीद की मां ने उनसे आग्रह किया था कि वे उनके छोटे बेटे को नौकरी पर लगा दें। जब उन्होंने किसी सिविलियन पेशे में सिफारिश करने की बात कहीं तो मां के जवाब ने उन्हें निरुत्तर कर दिया। उस मां का कहना था कि वे चाहेंगी कि उनका छोटा बेटा भी अपने बड़े भाई की तरह बीआरओ में ही नौकरी करे ताकि अपने देश के काम आ सके। उन्होंने कहा कि जिस देश में ऐसी माताएं होंगी, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
युवाओं में ओज का संचार करते हुए उन्होंने कहा कि अपने भीतर छिपे योद्धा को पहचानें और कठिन चुनौतियों का मुकाबला करें। जिस क्षेत्र में भी आप आगे बढ़ना चाहते हैं उस दिशा में पूरी शिद्दत से प्रयत्न करें। सफलता निश्चित होगी।
टेड-एक्स आरसीईटी का यह दूसरा सीजन था। इस सीजन को एंकर, न्यूज रीडर, कलाकार टीजे भानु, हिप-हॉप आर्टिस्ट यश चंद्रा एवं अक्षय रावत, टीवी और सिनेमा कलाकार पवन शंकर, राकाजोन गेमिंग के रिषभ करनवाल, प्रोसॉक इनोवेटर्स के सीईओ ईशान सदाशिवन ने भी संबोधित किया। आयोजन में टीड स्पीकर जवाहर सूरीशेट्टी तथा डीन डॉ मनोज वर्गीस के नेतृत्व में वारियर विदिन के 22 सदस्यीय विद्यार्थियों की टीम ने महति भूमिका निबाही। अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य डॉ मोहन अवस्थी ने किया। इस अवसर पर समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर सोनल रूंगटा, सौरभ रूंगटा, डॉ सत्यधर्म भारती सहित फैकल्टीज की पूरी टीम एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थीं।